निकली माफिया की हनक, आंख में आए आंसू, बोला मुझे कर दिया गया बर्बाद
सरकार की ओर से की गई ताबड़तोड़ कार्यवाही ने माफिया सरगना अतीक अहमद के हौंसले पूरी तरह से पस्त कर दिए हैं
लखनऊ। जेल से बाहर अपनी हनक दिखाते हुए करोड़ों का साम्राज्य खड़ा करने वाले माफिया सरगना के पुलिस के चंगुल में पहुंच जाने के बाद आंखों से आंसू छलक आए हैं। सरकार की ओर से की गई ताबड़तोड़ कार्यवाही ने माफिया सरगना अतीक अहमद के हौंसले पूरी तरह से पस्त कर दिए हैं। प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज यूनिट जब माफिया से पूछताछ करने पहुंची तो वह अधिकारियों के सामने रोने लगा और कहा कि मुझे बर्बाद कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से प्रदेश के माफिया एवं अपराधियों के खिलाफ जबर्दस्त अभियान चलाते हुए की गई कार्यवाही में अभी तक 1848 करोड रुपए से भी अधिक की काले धन से उत्पन्न की गई संपत्ति जब्ज की जा चुकी है। योगी सरकार की इस ताबड़तोड़ कार्यवाही ने पिछले दिनों तक सरकार से लेकर अधिकारियों तक को अपनी हनक दिखाने वाले माफिया सरगना अतीक अहमद तक के हौसले पस्त कर दिए हैं। माफिया अतीक अहमद व उसके गिरोह से जुड़े सदस्यों की 355 करोड रुपए से भी अधिक की संपत्ति सरकार की ओर से अभी तक जब्त की जा चुकी है। अब एक बार फिर से अतीक अहमद द्वारा काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों पर परिवर्तन निदेशालय की ओर से कार्यवाही तेज कर दी गई है। गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से जब प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज यूनिट की टीम पूछताछ करने के लिए पहुंची तो वह पूछताछ कर रहे अधिकारियों के सामने फफक कर रोने लगा और कहा कि सरकार ने मुझे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज इकाई ने तीन जून, 2019 से साबरमती की जेल में बंद अतीक के विरुद्ध कई माह पहले मनीलांड्रिंग का केस दर्ज किया था। फिर उसकी नामी-बेनामी कंपनियों और अपराध के जरिए अर्जित संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटाई गई। सेशन कोर्ट से इजाजत लेकर ईडी के डिप्टी डायरेक्टर समेत तीन सदस्यीय टीम 28 अक्टूबर को साबरमती जेल पहुंची थी। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान वह रोने लगा। जांच में सहयोग करने की बात कही, लेकिन कई प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर नहीं दिया।