थानों में खड़ी लाखों गाड़ियां होगी नीलाम-बनने लगी है लिस्ट
विभिन्न थानों में मुकदमों के सिलसिले में पुलिस द्वारा सीज की गई गाड़ियां रखरखाव के अभाव में पडे पडे सडने लगी है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जोन के विभिन्न थानों में मुकदमों के सिलसिले में पुलिस द्वारा सीज की गई गाड़ियां रखरखाव के अभाव में पडे पडे सडने लगी है। इन गाड़ियों में अनेक गाड़ियां ऐसी भी हैं, जिनके मुकदमे का निस्तारण हो गया है। लेकिन गाड़ियां अभी तक रिलीज नहीं हुई है। इसे देखते हुए एडीजी जोन की ओर से एक योजना तैयार की गई है। कबाड़ बन चुकी इन गाड़ियों की अब सूची बनाई जाएगी और जिले की एक स्पेशल टीम बनाकर कबाड़ बन रही गाड़ियों को नीलाम कराया जाएगा या उसका निस्तारण होगा।
गोरखपुर जोन के 11 जिलों के 179 थानों में तकरीबन 100000 गाड़ियां मुकदमों के संबंध में सीज खड़ी हुई है, इनमें अनेक गाड़ियां ऐसी भी है, जिनके मुकदमे का निस्तारण हो चुका है, लेकिन गाड़ियों को अभी तक रिलीज नहीं किया गया है। इसी वजह से अनेक नई नई गाड़ियां रखरखाव के अभाव में कबाड़ बन चुकी है। कई स्थानों पर तो अनेक गाड़ियां ऐसी है जो 20 साल से खड़ी हुई है। कबाड़ बन रही गाड़ियों का निस्तारण कराने के लिए अब एडीजी जोन की ओर से एक प्लान तैयार किया गया है। अब इन गाड़ियों की सूची बनाई जाएगी और जिले की एक स्पेशल टीम बनाकर गाड़ियों को नीलाम कराया जाएगा अथवा उनका निस्तारण होगा। योजना के प्रथम चरण में प्रत्येक थाने के हेड मौहर्रिर गाड़ियों से संबंधित मुकदमे की स्थिति का आकलन करते हुए इस बात का पता लगाएंगे कि मुकदमा अंडर ट्रायल है या निस्तारित हो गया है। निस्तारित मुकदमों की थानेवार सूची बनाई जाएगी और उससे संबंधित गाड़ियों एवं जब्त माल का डाटा तैयार किया जाएगा। इस डाटा को फिल्टर करके जिले के एसएसपी या एसपी को भेजा जाएगा।