जयंत चौधरी ने बर्खास्त नेताओं का निलंबन लिया वापस-ली चैन की सांस
पार्टी नेताओं के निलंबन को वापस ले लिया है। जिसके चलते सभी नेता अगले आदेश तक पार्टी में पद मुक्त कार्य करते रहेंगे।
गाजियाबाद। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पिछली 7 जुलाई को महानगर में हुई प्रेसवार्ता के दौरान की गई अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित किए गए पार्टी नेताओं के निलंबन को वापस ले लिया है। जिसके चलते सभी नेता अगले आदेश तक पार्टी में पद मुक्त कार्य करते रहेंगे।
शनिवार को राष्ट्रीय लोकदल के कार्यालय सचिव समर पाल सिंह ने एक परिपत्र जारी करते हुए बताया है कि इसी वर्ष की 7 जुलाई को गाजियाबाद में पार्टी की ओर से बुलाई गई कान्फ्रेंस में हुई अनुशासनहीनता को पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने गंभीरता से लेते हुए आरोपी नेताओं को पार्टी और उनके पदों से निलंबित कर दिया था। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने निलंबित नेताओं के अच्छे चाल चलन और उनकी निलंबन वापसी की गुजारिश को मद्दे नजर रखते हुए अब सभी नेताओं का निलंबन आदेश वापस ले लिया है और उन्हें अगले आदेश तक पार्टी में पद मुक्त कार्य करते रहने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर अपनी बिसात बिछाने में लगी हुई रालोद ने इसी वर्ष की 7 जुलाई को गाजियाबाद में संगठन की मजबूती के लिए एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया था। जिस समय वरिष्ठ नेताओं का स्वागत चल रहा था उसी दौरान कुछ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। इतना ही नहीं मीडिया कर्मियों के सामने भी कार्यकर्ता आपस में हाथापाई करने से बाज नहीं आए थे। पार्टी मुखिया जयंत चौधरी ने इस अनुशासनहीनता का संज्ञान लेते हुए उस समय प्रेसवार्ता में मौजूद राष्ट्रीय प्रवक्ता इंद्रजीत सिंह टीटू, राष्ट्रीय सचिव तेजपाल सिंह समेत दर्जनभर से भी अधिक पूर्व एवं मौजूदा पदाधिकारियों को उनके पदों व पार्टी से निलंबित कर दिया था।