चुनावी रंजिश में नवनिर्वाचित प्रधान के परिजनों पर गोलीबारी-लगाया जाम
मतगणना का परिणाम आने के बाद नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान के परिवारजनों पर की गई गोलीबारी की वारदात में तीन लोग घायल हो गये है।
कानपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना पूरी होने के बाद अब चुनावी रंजिश के मामले सामने आने लगे हैं। मतगणना का परिणाम आने के बाद नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान के परिवारजनों पर की गई गोलीबारी की वारदात में तीन लोग घायल हो गये है। अस्पताल में भर्ती कराये गये तीन घायलों में से दो हालत चिंताजनक बताई जा रही है। निर्वाचित प्रधान सुरक्षित बताया गया है। परिजनों को गोली मारने का आरोप चुनाव में पराजित रहे निवर्तमान प्रधान और उसके साथियों पर लगाया गया है। दिन निकलते ही हुई गोलीबारी की घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क मार्ग को बाधित करते हुए जाम लगा दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों का विरोध झेलना पडा। इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस से हाथापाई भी हुई और उन पर पथराव किया गया।
दरअसल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जनपद के बैंदा गांव से यहां के मजरा गांव अयोध्यापुर निवासी बलवान प्रजापति ने अपने प्रतिद्वंदी विकास यादव उर्फ सिद्धार्थ को 34 वोटों से हराकर जीत हासिल की है। चुनाव में पराजित रहा विकास यादव उर्फ सिद्धार्थ इससे पूर्व गांव का प्रधान रहा है। नवनिर्वाचित प्रधान बलवान प्रजापति के मुताबिक मंगलवार की सवेरे लगभग 9.00 बजे विकास यादव अपने दर्जनभर साथियों के साथ बंदा गांव में उसके परिजनों के घर पहुंचा। उस समय बलवान सिंह वहीं पर मौजूद था। विकास ने आते ही गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। आरोप है कि इसके बाद उसके समर्थकों ने देसी तमंचों से ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी। जिससे मौके पर भगदड़ मच गई और गोलीबारी की चपेट में बलवान के परिवार के चेतन, बराती लाल और अनिल घायल हो गए। गोलीबारी की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएससी में भर्ती कराया है। जहां पर दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। गोलीबारी की घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने मुगल रोड को बाधित करते हुए जाम लगा दिया है। ग्रामीण हाईवे से हटने के लिए तैयार नहीं है। ग्रामीणों द्वारा लगाए गए जाम से दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई है। एसडीएम और सीओ ग्रामीणों से वार्ता कर मामले को शांत कराने का प्रयास कर रहे हैं।