IAS अफसर ने गिनाये-धर्म परिवर्तन के फायदे-वीडियो वायरल-जांच शुरू

सीबीसीआईडी के डीजी की अगुवाई में एक एसआईटी बनाई गई है जो इस मामले की जांच करेगी

Update: 2021-09-28 08:20 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष आईएएस अफसर ने मुस्लिम समाज के लोगों में इस्लाम धर्म के प्रचार की बातें कहीं और धर्म परिवर्तन किए जाने के फायदे गिनाए। सोशल मीडिया पर एक के बाद एक कई वीडियो वायरल होने के बाद सरकार की ओर से एसआईटी को मामले की जांच सौप दी गई है। सीबीसीआईडी के डीजी की अगुवाई में एक एसआईटी बनाई गई है जो इस मामले की जांच करेगी।

दरअसल सोमवार को सोशल मीडिया के ऊपर एक के बाद एक कई वीडियो वायरल हुए हैं। जिसमें एक सुसज्जित घर के भीतर जो देखने में सरकारी आवाज़ जैसा प्रतीत हो रहा है उसमें कई लोग जमीन पर बिछे कपडे पर बैठे हुए हैं और कुर्सी के ऊपर बैठा हुआ एक वक्ता जमीन पर बैठे हुए लोगों को संबोधित करते हुए कह रहा है कि अल्लाह ने हमें उत्तर प्रदेश के तौर पर एक ऐसा केंद्र दिया है, जहां से पूरे देश और दुनिया के भीतर काम किया जा सकता है। इसके बाद कानपुर के पूर्व मंडल आयुक्त पूर्व सीनियर आईएएस अफसर एवं मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष इफ्तिखारूद्दीन इस्लाम धर्म के फायदे गिनाते हैं। वह लोगों को बता रहे हैं कि ऐलान करो, दुनिया के इंसानो से कि अल्लाह की बादशाहत और निजामियत पूरी दुनिया के भीतर कायम करनी है। वरिष्ठ आईएएस अफसर के साथ जिस वक्ता का वीडियो वायरल हो रहा है वह अधिकारी वहां जमीन पर बैठे व अन्य लोगों को बताता है कि पंजाब के भीतर एक व्यक्ति ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। मैंने उनको इस्लाम कबूल करने के लिए दावत नहीं दी थी। मैंने उनसे इस्लाम कबूल करने का कारण पूछा। इसके आगे वीडियो में कुछ आपत्तिजनक संवाद है। एक अन्य वीडियो में आईएएस अफसर ने पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पुस्तक का भी उल्लेख किया है। दूसरे वीडियो में आईएएस अफसर कहते हैं कि हर घर में अल्लाह का दीन दाखिल होना है, जिसे करना भी चाहिए। वीडियो वायरल होने की बाबत उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से सीबीसीआईडी के डीजी जीएल मीणा की अगुवाई में एक एसआईटी गठित की गई है। जिसमें एडीजी जोन भानु भास्कर को भी शामिल किया गया है। एसआईटी आईएएस अफसर इफ्तिखारूद्दीन के वायरल हो रहे वीडियो की जांच करेगी।



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