जिला परिषद बाजार का हॉर्डिंग मामला गरमाया- सीएम तक जाने का प्लान

Hoarding case of Zilla Parishad market heated up - plan to go to CM;

Update: 2022-07-19 09:08 GMT

मुजफ्फरनगर। दवा कारोबारियों की राजनीति गर्माते हुए अब होर्डिंग विवाद पर जाकर केंद्रित हो गई है। जिसके चलते दवा कारोबारियों का एक धड़ा जिला परिषद बाजार के दोनों मुख्य द्वारों पर एक एसोसिएशन द्वारा लगवाए गए हॉर्डिंग को नियमों की दुहाई देते हुए उतरवाने के प्रयासों में लग गया हैं। स्थानीय तौर पर यदि यह प्रयास परवान नहीं चढ़ा तो यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के दरबार तक पहुंचाया जाएगा।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी दवा मंडी के तौर पर विख्यात शहर के जिला परिषद बाजार में दवाओं का कारोबार कर रहे व्यापारियों के दो गुट बने हुए हैं। जिनमें से एक गुट के दवा व्यापारियों ने पिछले दिनों ही गठित की गई अपनी एसोसिएशन का हॉर्डिंग बनवाकर अपनी स्वास्थ्य विभाग के बीच अपनी पहचान बनाने और अधिकारियों पर रुतबा जमाने के उद्देश्य से जिला परिषद बाजार के दोनों मुख्य द्वारों पर लगवाए हुए हैं। जबकि मुजफ्फरनगर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन सरकारी बाजार की पहचान छुपाते हुए नई दवा एसोसिएशन की ओर से बाजार के मुख्य द्वारों पर लगवाए गए हार्डिंग का विरोध कर रहा है।

 आज इसी मामले को लेकर मुजफ्फरनगर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह से मिला और बताया कि जिला परिषद बाजार के दोनों मुख्य द्वारों पर कुछ दिन पहले ही गठित हुए दवा कारोबारियों के संगठन ने सरकारी प्रतिष्ठान की पहचान को छुपाते हुए अपनी एसोसिएशन के हॉर्डिंग लगवा दिए हैं। प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि हॉर्डिंग लगवाना उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उन आदेशों का भी सरासर उल्लंघन है जिसमें सीएम ने सरकारी भूमि को मुक्त कराने के निर्देश दे रखे हैं।

प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को बताया है कि नई एसोसिएशन सरकारी बाजार पर अपने होर्डिंग लगाकर सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी प्रभुता स्थापित करने का प्रयास कर रही है। लेकिन मुजफ्फरनगर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन उनके इस कुत्सित प्रयास को सफल नहीं होने देगी।

प्रतिनिधिमंडल ने साफ किया है कि इस बाबत भारतीय जनता पार्टी के कई पदाधिकारियों से भी मिलकर शिकायत की जा चुकी है लेकिन हॉर्डिंग उतरवाने के मामले को लेकर कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के सामने स्पष्ट तौर पर कहा है कि यदि स्थानीय अधिकारियों के स्तर जल्द मामले का समाधान नहीं होता है तो वह सरकारी इमारत पर लगाए गए हॉर्डिंग के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पास तक ले जाएंगे।

जिलाधिकारी से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में मुजफ्फरनगर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक डॉ आर के गुप्ता, महामंत्री संजय गुप्ता, उप महामंत्री दिव्य प्रताप सोलंकी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेंद्र गर्ग, पंकज तनेजा, कुलदीप शर्मा, सुबोध जैन, मयंक बंसल, निधि त्यागी, सुधीर त्यागी, संदीप चौहान, अभिषेक वालिया, मुकेश शर्मा एवं सुधीर यादव इत्यादि दवा कारोबारी मुख्य रूप से शामिल रहे।

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