गवर्नर ने किया कोरोना वारियर्स को सम्मानित
कोरोना वारियर्स से मिलकर उन्हें सम्मानित करने में अपनी खुशी जाहिर की। ऐसे कार्यक्रम उदाहरण एवं समाज के लिए प्रेरणा स्रोत होते हैं।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वाराणसी में वैश्विक महामारी से निपटने में अहम भूमिका निभाने वाले कोरोना वारियर्स की मंगलवार को यहां एक अभिनंदन समारोह जमकर सराहना की तथा उन्हें सम्मानित किया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स को समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जिनकी सेवा से भारत में जानलेवा महामारी बड़ी सक्रियता से कंट्रोल किया गया है। यही वजह है कि देश में अपेक्षाकृत कम मृत्यु हुई है। इसमें कोरोना वारियर्स का बड़ा योगदान है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की 140 करोड़ जनता को जागरूकता के लिए मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने, हाथ धोने, लॉकडाउन में घर में रहने, बच्चों एवं बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने आदि सावधानियां एवं एहतियात बरतने का आग्रह समय-समय पर किया है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक संख्या में जांच हुई। संक्रमितों का तत्काल इलाज हुआ, जिसका उत्तर प्रदेश को फायदा हुआ। जनसंख्या की दृष्टिगत प्रदेश में मृत्यु काफी कम हुई है। यह सभी की सक्रियता की वजह से संभव हो पाया है। उन्होंने हर कोरोना वारियर्स का अभिनंदन करते हुए उन्हें धन्यवाद किया,जिन्होंने अपनी जान की परवाह किये लोगों की जान बचायी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि पीपीटी कीट पहनकर काम करना डॉक्टर, नर्स के लिये बड़ा कठिन कार्य है। गर्मी के दिनों में यह और भी कठिन होता है। उनके इस साहस, लगन एवं सेवा के उत्कृष्ट कार्य के लिए शब्द भी कम पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि सफाई का कार्य सामान्य दिनों में भी कठिन होता है। कोरोना काल में यह और कठिन रहा। प्रवासियों का ट्रेनों, बसों से या व्यक्तिगत वाहन से आना तथा उनको कोरोन्टाइन कराना, खाना देना, घर भेजना, टेस्टिंग कराना बड़ा कार्य रहा।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने समय से सक्रियता से जांच और चिकित्सा कार्य किया। स्वयं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों में जाकर व्यवस्थाएं देखी। इससे अच्छा नियंत्रण हुआ। अब कोरोना के मामले घट रहे हैं। संक्रमितों के स्वस्थ्य होने की दर बढ़ी है। मृत्यु दर कम हो रही है।
राज्यपाल ने कहा कि कोरोना की शुरुआत में टेस्टिंग लैब, चिकित्सा सुविधा समुचित नहीं थी। प्रदेश में बड़ी तत्परता से टेस्टिंग लैब बने, टेस्टिंग मशीनें बड़ी, वेंटीलेटर बड़े, अस्पतालों में आइसोलेटेड वार्ड और बिस्तरों की व्यवस्था की गई। हर जिला पूरी व्यवस्था युक्त हुआ और इसका अच्छा परिणाम सामने आया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भारत की पूरे दूनिया चर्चा होती है कि यहां कैसे काम हुआ। कोरोना वारियर्स का सम्मान अच्छा एवं प्रेरणादायक है। उन्होंने कोरोना वारियर्स से मिलकर उन्हें सम्मानित करने में अपनी खुशी जाहिर की। ऐसे कार्यक्रम उदाहरण एवं समाज के लिए प्रेरणा स्रोत होते हैं।
उन्होंने कहा कि अभी सर्दी आ रही है। कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए समुचित सावधानी बरती जाए।
अभिनंदन समारोह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विभिन्न विभागों यथा-सफाई कर्मी, पुलिसकर्मियों, जलकल, राजस्व, विकास, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया। कार्यक्रम से पूर्व नगर आयुक्त गौरांग राठी ने जिले में कोरोना काल में हुए कार्यों का प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया।
उन्होंने बताया कि जिले में 20,000 फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स ने चुनौतिपूर्ण के दिनों में असंभव दिखने वाले कार्य किए। विभिन्न सरकारी योजनाओं में पात्र लाभार्थियों को 197 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गई। 1.31 लाख श्रमिकों को रोजगार दिया गया। 36.66 लाख राशन किट वितरित किये गये। 15.10 लाख फूड पैकेट ज़रूरतमंदों में सरकारी एवं गैर सरकारी व्यवस्था से वितरित किये गये।