गैंगरेप का आरोपी दरोगा गिरफ्तार-डेढ साल तक पुलिस के रसूख आये काम
उन्होंने कहा है कि मुकदमा चाहे पुलिस कर्मी के ऊपर हो या आम आदमी के खिलाफ हो, कानून सभी के लिए बराबर है
वाराणसी। गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के बाद डेढ़ साल से फरार चल रहे दारोगा को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार चल रहे दारोगा की गिरफ्तारी सीतापुर स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर से की गई है। बुधवार को गिरफ्तार किए गए दरोगा को अदालत के सम्मुख पेश किया गया।
भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा इलाके की एक महिला के साथ वर्ष 2017 में गैंगरेप की वारदात हुई थी। आरोपियों ने चार बच्चों की मां को नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। इस दौरान दुष्कर्म के आरोपियों ने महिला का एक वीडियो भी बना लिया था।
जिसे बाद में एक युवक ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। पीड़िता के पास जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो पहुंचा तो उसने वर्ष 2020 की 3 फरवरी को भेलूपुर थाने पहुंचकर पुलिस से संपर्क किया और बताया कि भेलूपुर थाने की बजरडीहा चौकी पर तैनात दरोगा उमराव खान, बजरडीहा निवासी इब्राहिम एवं हाजी मैनुद्दीन और एक अन्य ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। बजरडीहा के कोल्हुआ निवासी मोहम्मद शाहिद के ऊपर पीड़िता महिला ने गैंगरेप का वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया था। पुलिस में दर्ज कराए गए मुकदमे के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए अन्य आरोपी तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिए थे।
लेकिन अभी तक दुष्कर्म के मामले में नामजद दारोगा की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। बताया जा रहा है कि उसका तबादला वाराणसी से दूसरी जगह पर हो गया था। इसके साथ ही पुलिस का रसूख भी दारोगा के काम आ रहा था। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया है कि आरोपी दारोगा मुकदमे में आरोपी था। भेलूपुर थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है और अदालत के सम्मुख पेश किया गया है। उन्होंने कहा है कि मुकदमा चाहे पुलिस कर्मी के ऊपर हो या आम आदमी के खिलाफ हो, कानून सभी के लिए बराबर है।