गिरी शासन की गाज- BSA समेत चार निलंबित
जब से सूबे की सत्ता योगी आदित्यनाथ ने संभाली है, तब से भ्रष्टाचार पर सरकार द्वारा कड़े प्रहार किये जा रहे हैं
गोंडा। जब से सूबे की सत्ता योगी आदित्यनाथ ने संभाली है, तब से भ्रष्टाचार पर सरकार द्वारा कड़े प्रहार किये जा रहे हैं। इसी क्रम में यूपी सरकार ने कार्रवाई करते हुए चार कर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित होने वाले कर्मियों में बीएसए गोंडा भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग में अंतरजनपदीय तबादले के बाद शिक्षकों को कार्यमुक्त करने के नाम पर अवैध वसूली का मामला प्रकाश में आया था। बताया जाता है कि स्वेटर खरीदने के मामले में बीएसए गोंडा इन्द्रजीत प्रजापति के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने बीएसए की भूमिका की जांच कराई थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद शासन द्वारा बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा विभाग ने जनवरी माह में जिले के विभिन्न स्कूलों में तैनात 1085 शिक्षकों का अंतरजनपदीय तबादला किया था। इन शिक्षकों को संबंधित जिलों के लिए कार्यमुक्त करने का आदेश शासन द्वारा दिया गया था। एक फरवरी से शिक्षकों को कार्यमुक्त करने की कार्रवाई शुरू की गई थी। इसमें वजीरगंज बीआरसी पर शिक्षकों से वसूली का एक पर्चा वायरल हो गया था। आरोप यह भी है कि बीएसए कार्यालय पर रिलीविंग में अनियमितता पाई गई थी। इस मामले में डीएम मार्कण्डेय शाही को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. इंद्रजीत प्रजापति के कार्यालय में तैनात अधीनस्थों के माध्यम से पैसे लेने की शिकायत इंटरनेट मीडिया के जरिए दी गई थी।
इसमें बीएसए के अलावा उनके कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक जनमेजय सिंह, आशुलिपिक दिनेश वर्मा के साथ ही कुछ शिक्षकों की भूमिका संदिग्ध मानते हुए डीएम ने एडीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति को जांच सौंपी थी। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसए गोंडा इन्द्रजीत प्रजापति समेत चार कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
रिपोर्टः प्रवीण गर्ग