उत्तराखंड में आए सैलाब का यूपी में भी कहर-हस्तिनापुर में भी आई बाढ़
पहाड़ों पर हुई बारिश के बाद बिजनौर के कालागढ़ स्थित डैम के ओवरफ्लो होने से 5000 क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है।
मेरठ। उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के बाद उत्पन्न हुए बाढ़ के हालात अब उत्तर प्रदेश में भी दिखाई देने लगे हैं। जनपद मेरठ के हस्तिनापुर के आसपास की सड़कों पर जहां बाढ़ का पानी बह रहा है, वहीं मुरादाबाद में रामगंगा और रामपुर में कोसी नदी में उफान आ जाने से लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर पानी आ गया है। जिसके चलते यातायात को रोक दिया गया है।
पहाड़ों पर हुई बारिश के बाद बिजनौर के कालागढ़ स्थित डैम के ओवरफ्लो होने से 5000 क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है। जिससे रामगंगा नदी ओवरफ्लो हो गई है। इससे राम गंगा के किनारे बसे गांवों में पानी घुस गया है।
बुधवार को उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न हुए पानी के फैलाव के हालात उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में दिखाई दिए हैं। जनपद मेरठ की पांडवकालीन नगरी हस्तिनापुर इलाके की कई सड़कों पर जहां गंगा व अन्य नदियों का पानी आ गया है। वहीं मुरादाबाद के तकरीबन 100 गांव में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। लखीमपुर खीरी में भी पलिया-भीरा के बीच रेल पटरी पर भी बारिश का पानी इस पार से उस पार उतर रहा है। जिसकी वजह से मैलानी-नानपुरा एक जोड़ी ट्रेनें निरस्त कर दी गई है। बाढ की वजस से राम गंगा किनारे बसे गांव के भीतर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
प्रशासनिक व्यवस्था में जुटे अधिकारियों ने पटवारियों की टीम गांव में भेज दी है। अधिकारी भी गांव देहात का भ्रमण करने लगे हैं। बुधवार की सवेरे नेशनल हाईवे 24 के किनारे मूंढापांडे क्षेत्र में कई गांव में पानी आ जाने से हाहाकार मच गया है। बाढ़ से लोगों को राहत दिलाने के लिए एसडीआरएफ समेत अन्य टीमें सक्रिय कर दी गई हैं।