खाली कर दो सड़क वरना चढ़ा दूंगा जीप- उपद्रवियों की हवा हो गई खराब
पुलिस फोर्स की संख्या कम पडती हुई दिखाई दी तो उत्तर प्रदेश पुलिस के पांच जांबाज जवानों ने मोर्चा संभाला
कानपुर। महानगर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद सड़क पर हुए बवाल को संभालने के लिए जब पुलिस फोर्स की संख्या कम पडती हुई दिखाई दी तो उत्तर प्रदेश पुलिस के पांच जांबाज जवानों ने मोर्चा संभाला। जिससे हजारों की संख्या में सड़क पर उतरी पथराव, बमबाजी और गोलीबारी करने वाली उपद्रवियों की भीड़ को थोड़ी ही देर में अपने कदम पीछे हटाते हुए जान बचाने को सड़क खाली करनी पड़ी। बवालियो के बीच अपनी जान को हथेली पर रखकर घुसे बेकन गंज थाने के सिपाही ने चिल्लाकर कहा कि तुरंत सड़क खाली कर दो वरना जीप चढ़ा दूंगा।
दरअसल उत्तर प्रदेश के कानपुर में नई सड़क पर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल को संभालने के लिए पुलिस फोर्स बहुत कम थी। जिसके चलते पुलिस स्वयं को असहाय पाते हुए केवल तमाशबीन बनने को विवश हो गई थी। ऐसे हालातों के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस के पांच जांबाज जवानों ने मोर्चा संभाला और थोड़ी ही देर में पथराव, बमबारी और गोलीबारी करने वाली उपद्रवियों एवं बवालियो की भीड़ से सड़क को खाली करा लिया। बवालियो की भीड़ के बीच अपनी जान को हथेली पर रखकर घुसे बेकनगंज थाने के सिपाही मुस्ताक खान ने चिल्लाकर कहा कि तुरंत भीड़ सड़क खाली कर दें वरना जीप चढ़ा दूंगा।
जिस समय बवालियो की भीड़ नई सड़क से होती हुई सद्भावना पुलिस चौकी की तरफ बढ़ रही थी, उस समय वहां पर एसीपी अनवरगंज मोहम्मद अकमल खान अपने पांच सिपाहियों के साथ मौजूद थे। इस दौरान बवालियों को मौके से तितर-बितर करने को आगे आते हुए सिपाही मुस्ताक खां ने अपनी जीप उपद्रवियों की ओर तेज रफ्तार के साथ दौड़ दी। पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम यानी लाउडस्पीकर पर मुस्ताक खां लगातार इस बात को कहते रहे कि सड़क खाली कर दो अन्यथा जीप चढ़ा दूंगा। उनकी इस कार्रवाई व चेतावनी से सड़क पर उतरी बवालियो की भीड़ इधर-उधर तितर-बितर हो गइ।
उत्तर प्रदेश पुलिस के जांबाज सिपाही ने तकरीबन 10 बार जीप के माध्यम से उपद्रवियों की भीड़ के बीच चक्कर काटे। इस घटना के बाद सिपाही मुस्ताक ने बताया कि बवालियों की भीड़ काफी उग्र थी। उन्हें इसके अलावा कुछ और समझ में नहीं आया। क्योंकि हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा को लेकर थी। उपद्रवियों की भीड़ के तितर-बितर होने के बाद एसीपी अनवरगंज मोहम्मद अकबर खान ने मोर्चा संभाला, उस समय तक एडीसीपी ईस्ट राहुल मिठास भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए थे।
उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए फोर्स के साथ मिलकर पुलिस के जवानों ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को चमड़ा मंडी वाली गली में खदेड़ कर अंदर कर दिया था।