UPTET में नकल के सौदागर गिरफ्तार- 50 छात्रों से किया था सौदा
सेंधमारी करते हुए गड़बड़ी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस ने 22 नकल के सौदागरो को गिरफ्तार किया है
आजमगढ़। शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 में सेंधमारी करते हुए गड़बड़ी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस ने 22 नकल के सौदागरो को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अभ्यर्थियों से पास कराने के नाम पर कांटेªक्ट करते हुए 3-3 लाख रुपए में सौदा किया था। एक लाख 50 हजार रूपये एडवांस लिए गए थे, बाकी की वसूली पास होने के बाद की जानी थी। पुलिस के हत्थे चढ़े नकल के सौदागरों के गैंग में 13 स्कूल प्रबंधक, डीआईओएस ऑफिस का तैनात एक बाबू और 8 अन्य दलाल शामिल है।
सोमवार को आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने मीडिया कर्मियों को जानकारी देते हुए बताया है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 को पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने में लगी आजमगढ़ पुलिस द्वारा परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के हत्थे चढ़े लोगों ने तीन-तीन लाख रूपये में यूपीटीईटी के अभ्यर्थियों से उन्हे पास कराने का ठेका लिया था। जिसके चलते आरोपियों की ओर से डेढ़-डेढ लाख रुपए एडवांस लिए गए थे, जबकि बाकी बचे पैसे अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण होने के बाद देने थे। आजमगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में 13 स्कूल प्रबंधक, एक डीआईओएस ऑफिस तैनात बाबू तथा आठ दलाल शामिल है। उन्होंने बताया है कि स्कूल संचालकों समेत अन्य सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी। संबंधित स्कूलों को आगे की परीक्षाओं के लिए ब्लैक लिस्टेड भी किया जाएगा। उन्होंने बताया है कि इस पूरे गिरोह का सरगना रामपुर निवासी अरविंद गुप्ता है और वह परीक्षा केंद्र बने स्कूल संचालकों के साथ मिलीभगत करते हुए कॉन्ट्रैक्ट वाले अभ्यर्थियों का सीटिंग प्लान निर्धारित करता था। संबंधित स्कूल प्रबंधक एक दिन पहले ही उस कमरे के भीतर एक मोबाइल छिपा देते थे। जिस परीक्षक की कमरे में ड्यूटी होती थी वह प्रश्नपत्र उसी मोबाइल के माध्यम से बाहर भेजते थे। फिर थोड़ी देर बाद उस प्रश्नपत्र के अनुरूप आंसर की चिट तैयार करके संबंधित परीक्षार्थी के पास पहुंचा दी जाती थी।