फोन पर दी तलाक, पत्नी का हुआ रो रोकर बुरा हाल- लगाई न्याय की गुहार

केंद्र सरकार द्वारा भले ही मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक से बचाने के लिए कानून बना दिया है

Update: 2022-06-01 07:45 GMT

हापुड। केंद्र सरकार द्वारा भले ही मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक से बचाने के लिए कानून बना दिया है। लेकिन अभी भी तीन तलाक की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला हापुड़ जनपद के नबी करीम का है जहां एक युवती की शादी अब से 10 वर्ष पूर्व मेरठ जनपद के रहने वाले कासिम से हुई थी। निकाह के बाद पीड़िता पर अपने पति से दो बच्चे भी हैं जिसको अब उसके शौहर ने फोन पर तीन तलाक दे दिया है। तीन तलाक के बाद महिला का रो-रोकर बुरा हाल है तो वही महिला के परिजनों ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है और इस सारे मामले में पुलिस का कोई भी अधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने से साफ बचते दिखाई दे रहे हैं।

आपको बता दें की हापुड सिटी कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नबी करीम निवासी व्यक्ति शमशेर आलम ने अपनी पुत्री अफशा की शादी 2012 में मेरठ जनपद के रहने वाले कासिम से निकाह किया था। निकाह के बाद कुछ वर्ष सब कुछ ठीक-ठाक रहा लेकिन फिर उसका पति कासिम व उसके परिजन उसको दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे जिसके लिए 2019 में इसके द्वारा एक मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया था। लेकिन मुकदमा पंजीकृत होने के बाद उसका पति कुछ बड़े बुजुर्ग लोगो को उनके घर लेकर आया और किसी तरह से अफशा व उसके परिवार को मना कर अफशा को वापस अपने साथ ले गया। लेकिन अब उसके शौहर कासिम ने पाकिस्तान की एक लड़की से निकाह कर उसे घर लेकर आ गया। पीड़ित अफशा को उसके मायके में छोड़ कर चला गया। दोनो बच्चों को अपने साथ वापस ले गया। लेकिन अब पीड़िता व उसके परिजनों की माने तो अब से 2 दिन पूर्व उसके शौहर ने किसी अज्ञात नंबर से उसके पिता के फोन पर कॉल की और अपनी पत्नी अफशा से बात कराने के लिए कहा जिस पर उसने अपनी पत्नी अफशा से बात करते हुए पहले उसके साथ गाली-गलौज की और उसे फोन पर ही तीन तलाक बोल दिया, जिसके बाद पीड़ित अफशा फूट-फूट कर रोने लगी। अपने परिजनों को सारी बात बताई तो परिजनों ने उसके शौहर कासिम के खिलाफ एक शिकायती पत्र हापुड़ नगर कोतवाली में दिया है। लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक न तो उस पर कोई कार्रवाई की गई है और ना ही पुलिस इस मामले में कैमरे पर कुछ भी बोलने को तैयार है तो वहीं पीड़ित अफशा का रो रो कर बुरा हाल है। वह हापुड पुलिस प्रशासन से अपने लिए न्याय की गुहार लगा रही है। अब इस सारे मामले में देखने वाली बात ये होगी कि हापुड़ पुलिस क्या इस पीड़ित अफशा को न्याय दिला पाएगी या फिर यह भी महिला अपने लिए न्याय मांगते हुए ऐसे ही दर-दर की ठोकरें खाती रहेगी?

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