आलीशान फार्म हाउस के शौकीन दारोगा के खिलाफ आय से अधिक संपंत्ति मुकदमा
शासन की अनुमति से दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से भ्रष्टाचार में लिप्त रहने वाले पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया है
मेरठ। जनपद में तैनाती के दौरान आलीशान फार्म हाउस बनाने वाले दारोगा के खिलाफ शासन की ओर से दी गई अनुमति के बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। एंटी करप्शन को आय से अधिक संपत्ति के साक्ष्य मिलने के बाद दी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन की अनुमति से दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से भ्रष्टाचार में लिप्त रहने वाले पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया है।
जनपद मेरठ के हस्तिनापुर में थाना अध्यक्ष रह चुके दारोगा धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ एंटी करप्शन टीम की ओर से शासन को सौंपी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार के निर्देश पर दारोगा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया गया है। दरअसल महानगर आगरा की नई आबादी भोपालकुंज निवासी दारोगा धर्मेंद्र की मौजूदा समय में मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में परिवार के साथ रह रहे हैं, उनकी तैनाती मौजूदा समय में राजधानी लखनऊ के थाने में चल रही है।
बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र सिंह ने हस्तिनापुर में थाना अध्यक्ष रहते हुए एक आलीशान फार्म हाउस बनाया था। जिसकी पोल 29 सितंबर 2020 को उस समय खुल गई थी जब धर्मेंद्र के शास्त्री नगर में स्थित फ्लैट के भीतर बिजली की चोरी पकड़ी गई थी। इस संबंध में बिजली विभाग की ओर से मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। हालांकि दारोगा द्वारा बिजली के बिलों का भुगतान करने के बाद बिजली चोरी के मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी। उसी समय धर्मेंद्र सिंह केे फॉर्म हाऊस मामले की जांच एंटी करप्शन टीम को सौंप दी गई थी। एंटी करप्शन की तरफ से दारोगा धर्मेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए शासन से अनुमति मांगी गई थी।
अब शासन से अनुमति मिलने के बाद मेडिकल थाने में एंटी करप्शन के निरीक्षक अशोक कुमार की तरफ से दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।