पेंशन बहाली के लिये कर्मचारियों का राजधानी में डेरा-कार्यालय हुए सूने
शिक्षकों समेत अन्य कर्मचारी राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन
लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर इको गार्डन में धरना देने के लिए पहुंचे हजारों कर्मचारियों ने सरकार को दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उनकी पुरानी पेंशन बहाली की मांग पूरी नहीं की गई तो विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों से शिक्षकों समेत अन्य कर्मचारी राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करने के लिए उमड़ पड़े। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी नेताओं ने कहा है कि वर्ष 2014 में राजनाथ सिंह सरकार की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उनकी सरकार आने के बाद कर्मचारियों की मांग को पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक भी ऐसा नहीं किया गया है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा है कि हमारे साथ सरकार की ओर से धोखा किया गया है। अब कर्मचारियों की ओर से आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी गई है। यदि सरकार की ओर से कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग को नहीं माना गया तो अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिलेगा। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश के 200 से भी ज्यादा कर्मचारी संगठन अब एक मंच पर आ चुके हैं। लखनऊ के इको गार्डन में मौजूदा समय में 100000 से भी ज्यादा कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हो चुके हैं।