उपभोक्ता देवो भवः की राह पर आगे बढ़, UPPCL उपभोक्ताओं को समस्या नहीं समाधान दे
ऊर्जा मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान के लिये प्रधानमंत्री का हार्दिक अभिनंदन भी किया।;
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने शक्ति भवन में उपभोक्ता सुविधाओं को लेकर UPPCL अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की ।
ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने शक्ति भवन में उपभोक्ता सुविधाओं को लेकर अधिकारियों को बिजली चोरी पर अंकुश लगाने, अनियमितता दूर करने, कलेक्शन बढ़ाने के निर्देश दिये ताकि AT&C लॉसेस कम हों। साथ ही ऑनलाइन सुविधाओं को अपग्रेड करने और उपभोक्ता सुविधाओं की डेडलाइन का पालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिये।
ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने कहा UPPCL उपभोक्ता देवो भवः की राह पर आगे बढ़, उपभोक्ताओं को समस्या नहीं समाधान दे।UPPCL विभागीय अनियमिततायें दूर करे, नियमित बिल भुगतान वाले उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ न बढ़े। सही बिल-समय पर बिल जारी कर उपभोक्ताओं को भुगतान के लिये प्रेरित करें। ईमानदार उपभोक्ता को विभाग से 'समस्या नहीं समाधान' मिले।
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समीक्षा बैठक में हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा छह राज्यों में 50 हजार करोड़ रुपये से शुरू हुये गरीब कल्याण रोजगार अभियान में उत्तर प्रदेश के 31 जिलों के चयन के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।
125 दिनों के काम की गारंटी वाली "गरीब कल्याण रोजगार अभियान"योजना को देशभर में 116 जिलों में चलाया जाएगा, इससे 25 हजार से ज्यादा प्रवासी कामगारों को फायदा मिलेगा। इसका मकसद कामगारों को उनकी रुचि और कौशल के तहत रोजगार और स्वरोजगार उपलब्ध कराना है।
कामगारों को योग्यता के हिसाब से 25 तरह के काम दिए जाएंगे। इनमें सड़क, ग्रामीण आवास, बागवानी, पौधारोपण, जल संरक्षण और सिंचाई, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन और जल जीवन मिशन जैसे काम शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के 31 जिलों में 125 दिनों का रोजगार देगी गरीब कल्याण योजना के लिए सिद्धार्थनगर, प्रयागराज, गोण्डा, महाराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, जौनपुर, हरदोई, आजमगढ़, बस्ती, गोरखपुर, सुल्तानपुर, कुशीनगर, संतकबीरनगर, बांदा, अम्बेडकरनगर, सीतापुर, वाराणसी, गाजीपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, अयोध्या, देवरिया, अमेठी, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, श्रावस्ती, फतेहपुर, मिजार्पुर, जालौन और कौशाम्बी को चुना गया है।