हंगामे के बीच बसपा का प्रत्याशी घोषित-कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशी घोषित किए जाने को लेकर बुलाई गई बसपा की बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया
कानपुर। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशी घोषित किए जाने को लेकर बुलाई गई बसपा की बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। इसी हंगामे के बीच घाटमपुर सुरक्षित सीट से बसपा की ओर से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। कार्यकर्ताओं ने विरोध किया लेकिन उनके विरोध को दरकिनार कर सारी औपचारिकताएं पूरी करते हुए नेता वहां से निकल गए।
सोमवार को कानपुर स्थित गेस्ट हाउस में बसपा की ओर से कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसके चलते मुख्य सेक्टर प्रभारी नौशाद अली और एमएलसी भीमराव अंबेडकर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान दोनों को पार्टी पदाधिकारियों की ओर से सम्मानित किया गया। मुख्य सेक्टर प्रभारी नौशाद अली ने कहा है की भाजपा सरकार से पहले समाजवादी पार्टी की सरकार में गुंडागर्दी का बोलबाला रहता था और सपाई ही सरकारी कामों में ठेकेदारी करते हैं। उनके लोग ही जिला पंचायत अध्यक्ष होते हैं। सपा के राज में उत्पन्न होने वाले हालातों को जनता अभी से जान रही है। इनके अत्याचार से मुक्ति बसपा सरकार ही दिला सकती है। इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड के वन अधिकारी के बेटे प्रशांत अहिरवार को घाटमपुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी बनाए जाने का ऐलान कर दिया। उनके नाम की घोषणा होते ही सम्मेलन में मौजूद कुछ लोगों ने पार्टी की ओर से घोषित किए गए उम्मीदवार को बाहरी बताते हुए विरोध करना शुरू कर दिया। एमएलसी भीमराव अंबेडकर ने कहा कि कार्यकर्ताओं की ओर से चाहे जितना भी विरोध क्यों ना कर लिया जाए, लेकिन पार्टी ने जिसे प्रत्याशी निर्धारित किया है, उसे ही कार्यकर्ताओं द्वारा चुनाव लड़ाया जाएगा। उन्होंने विरोध कर रहे लोगों को चेतावनी दी है कि जनता इस समय बसपा के साथ है और पांचवी बार पार्टी मुखिया राज्य की मुख्यमंत्री बनने जा रही है। इसलिए सभी लोग आपसी बैर भाव छोड़कर पार्टी प्रत्याशी की मदद करें।