बद नियति- 5 लाख की सुपारी देकर बहू ने कराया था ससुर का मर्डर

जनपद के मेरठ थाना क्षेत्र के ततीना गांव में 28 जून को दिन निकलते ही हुई

Update: 2021-07-18 13:05 GMT

मेरठ। बाइक सवार बदमाशों द्वारा दिन निकलते ही किसान की हत्या भाड़े के रूप में मिले 500000 रूपये के बदले में की थी। बहू ने ही बदमाशों को सुपारी देकर अपने ससुर का मर्डर कराया था। बहू की निगाहें ससुर की तकरीबन 1 करोड रुपए मूल्य की 20 बीघा जमीन पर जमी हुई थी। जनपद के मेरठ थाना क्षेत्र के ततीना गांव में 28 जून को दिन निकलते ही हुई किसान सत्यपाल सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले का खुलासा कर दिया है।

सनसनीखेज हत्या की इस वारदात का खुलासा करते हुए मामले की जांच कर रहे सीओ मवाना उदय प्रताप व इंस्पेक्टर धर्मेंद्र राठौर ने बताया है कि पुलिस ने किसान सत्यपाल सिंह की हत्या के सिलसिले में उनकी पुत्रवधू शालिनी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें शालिनी का पिता भोपाल व भाई ललित भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि मवाना थाना क्षेत्र के ततीना गांव निवासी 60 वर्षीय सत्यपाल सिंह गांव के संपन्न किसान थे। उनके दोनों बेटे सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। 32 वर्षीय बड़े बेटे संजीव की शादी वर्ष 2014 में बागपत जनपद के पाली गांव निवासी भोपाल की 30 वर्षीय पुत्री शालिनी के साथ हुई थी जो खुद बीएससी पास है। इस समय दोनों के 4 साल का बेटा और 2 साल की बेटी है। शालिनी पति के साथ दिल्ली में रह रही थी, वर्ष 2018 में हार्ट अटैक के चलते शालिनी के पति संजीव की मौत हो गई थी। यहीं से शालिनी की नियत ससुराल की संपत्ति पर आकर टिक गई थी। अपने मायके के लोगों के साथ मिलकर शालिनी अपने देवर यानी संजीव के छोटे भाई के साथ शादी के लिए ससुराल वालों पर दबाव बनाने लगी थी। लेकिन ससुर सत्यपाल और ससुराल के अन्य लोग इसके लिए तैयार नहीं हुए। जिसके चलते शालिनी ससुराल को छोड़कर अपने दोनों बच्चों के साथ मायके में जाकर रहने लगी। पति संजीव की मौत पर इंश्योरेंस के रूप में मिले 3500000 रुपए पर अपना हक जताते हुए शालिनी ने ले लिए। इसके बाद पति का लोनी स्थित प्लाट भी शालिनी ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर बेच दिया। पति और ससुराल की ओर से दिए गए सारे गहने और नगदी आदि भी शालिनी ने अपने कब्जे में कर ली।

शालिनी तकरीबन 10000000 रूपये की संपत्ति अपनी ससुराल से ले चुकी थी। इसके बाद शालिनी अपने ससुर पर पति के हिस्से की 20 बीघा जमीन अपने नाम कराने का दबाव बनाने लगी। इसे लेकर मेरठ के ततीना गांव में पंचायत भी हुई। जिसमें किसान सत्यपाल सिंह ने साफ-साफ कह दिया कि एक करोड रुपए की संपत्ति शालिनी हमारे से ले चुकी है। मैं अपने जिंदा रहते हुए शालिनी के नाम जमीन नहीं करूंगा। 40 बीघा जमीन अपने छोटे के बेटे के नाम पर भी ही करूंगा। लेकिन शालिनी 40 बीघा जमीन में से 20 बीघा भूमि अपने नाम कराना चाहती थी। बाद में पंचायत में तय हुआ कि ससुर सत्यपाल सिंह अपनी पुत्रवधू शालिनी के लिए प्रति वर्ष 80000 रूपये का खर्च देता रहेगा। इस पर भी सत्यपाल सिंह सहमत हो गए। लेकिन शालिनी को यह सब सहन नहीं हुआ और उसने भाड़े के बदमाशों के जरिए 500000 रुपए देकर अपने ससुर की हत्या करा दी।

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