चालू कक्षा में खर्राटेदार नींद लेते मिले पुरूस्कार प्राप्त शिक्षक
राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की शैक्षिक दर में आमूलचूल बदलाव लाने के लिए भले ही अरबों रुपए का बजट खर्च कर रही हो
बागपत। राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की शैक्षिक दर में आमूलचूल बदलाव लाने के लिए भले ही अरबों रुपए का बजट खर्च कर रही हो, लेकिन प्राइमरी स्कूलों में शैक्षिक व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। शिक्षकों की लापरवाही की वजह से सरकारी स्कूलों को पढ़ने वाले छात्र छात्राओं का टोटा झेलना पड़ रहा है। क्योंकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो से पता चल रहा है कि अधिकांश स्कूलों में शिक्षक एवं शिक्षिकाएं निजी कामों को पूरा करने के साथ-साथ खर्राटेदार नींद का आनंद लेने के लिए ही स्कूलों में आते हैं।
बुधवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है। जिसे बागपत की बडौत तहसील क्षेत्र के बड़का गांव स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय का होना बताया जा रहा है। वीडियो के साथ वायरल हो रहे फोटो के भीतर राज्यपाल से पुरस्कार प्राप्त प्रधानाध्यापक हारून अली मनव्वर आराम के साथ मेज पर टांग फैलाकर खर्राटेदार नींद का मजा ले रहे हैं। स्कूल में बाकायदा बच्चों की क्लास चल रही है और स्कूल में पढ़ने के लिए आए बच्चे शोर शराबा करते हुए अपना समय काट रहे हैं। वायरल हो रहे वीडियो एवं फोटो में राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त प्रधानाध्यापक कुर्सी के अलावा जमीन पर बोरी डालकर पूरे इत्मीनान के साथ अपनी नींद का कोटा पूरा कर रहे हैं। बराबर में ही मास्टर जी की चप्पल रखी हुई है और कमरे के भीतर मिड-डे-मील बनाने के बर्तन भी रखे हुए हैं। कमरे के बराबर में चल रही कक्षा में एक महिला अध्यापक अपने कार्य को अंजाम देते हुए बच्चों को पढ़ा रही है।
प्रधानाध्यापक के सोने का वीडियो एवं फोटो बनाने वाला व्यक्ति स्कूल का अध्यापक है या कोई ग्रामीण फिलहाल इसका तो पता नही चल पाया है। फिर भी कुल मिलाकर वायरल हो रहे वीडियो से इस बात का पता चल रहा है कि हमारे उत्तर प्रदेश के स्कूलों की क्या स्थिति है और क्यों बच्चों का शैक्षिक स्तर ऊपर की तरफ नहीं बढ़ पा रहा है तथा किस कारण से अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूल कॉलेजों की बजाये निजी क्षेत्र में भारी भरकम फीस वसूल रहे स्कूलों में भेजना अपनी मजबूरी समझते है।