मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वाहन कटान कमेले के रूप में विख्यात सोतीगंज में वाहनों के काटने का गोरखधंधा बंद होने के बाद अब मुजफ्फरनगर एवं हापुड़ आदि स्थानों पर वाहन कटान का ठिकाना बनाए जाने की आशंका के चलते एडीजी जोन की ओर से सभी कप्तानों को एक पत्र जारी करते हुए आदेश दिया गया है कि किसी भी सूरत में उनके इलाके में चोरी किए गए वाहनों को ठिकाने लगाने के लिए उनका कटान नहीं होना चाहिए। संबंधित जनपदों के कप्तान खुद इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। उधर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अपनी स्पेशल 75 टीम के माध्यम से वाहन कटान के अन्य ठिकानों की गोपनीय जांच आरंभ करा दी है।
महानगर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के कडा रूख अपनायें जाने के बाद वाहन कटान कमेले के रूप में विख्यात सोती गंज बाजार को बंद किए तकरीबन 1 सप्ताह से भी ज्यादा का समय हो गया है। पुलिस को अब गोपनीय जानकारी मिल रही है कि सोतीगंज में वाहन कटान का कारोबार बंद होने से परेशान हुए कबाड़ी दूसरे जनपदों में जाकर वाहन कटान का काम शुरू करने का प्लान बना रहे हैं। पुलिस द्वारा मिल रही इस तरह की जानकारी के बाद अधिकारियों की तरफ से अभी से इसकी रोकथाम के बंदोबस्त शुरू कर दिए गए हैं। एडीजी राजीव सभरवाल ने जोन के सभी जनपदों के पुलिस कप्तानों को आदेश दिया है कि उनके जिले में कहीं भी वाहन कटान के कमेलों की शुरुआत नहीं होनी चाहिए। एडीजी ने पत्र भेजकर कहा है कि जोन के किसी भी जनपद में चोरी के वाहनों को कटने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने सभी कप्तानों को वाहनों के कटान के काम को रोकने की बाबत खुद ही मानिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। उधर बताया जा रहा है कि सोती गंज बाजार में वाहन कटान का कमेला बंद होने के बाद 4 दर्जन के लगभग कबाड़ी अभी भी अपने कारोबार में बदलाव करने के मूड में नहीं है। एएसपी सूरज राय ने बताया है कि वाहन कटान का धंधा बंद नहीं करने वाले कबाडियों के ऊपर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस द्वारा वाहन कटान में लिप्त कबाडियों को चिन्हित कर लिया गया है। अगले 2 दिनों के भीतर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, ताकि भविष्य में वाहनों का कोई भी कटान नहीं कर सके। गैंगस्टर एक्ट कबाडियांे की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी भी पुलिस द्वारा की जा रही है।