और प्रियंका को नही मिली सहारनपुर में रैली की इजाजत
प्रशासन ने प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति का हवाला देते हुए रैली आयोजित करने की अनुमति देने से मना कर दिया गया है।
सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत समूचे सूबे में अपनी खोई जमीन तलाशकर लोगों के बीच अपनी पैंठ बनाने में लगी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के मंसूबों पर पानी फेरते हुए प्रशासन ने सहारनपुर में रैली आयोजन की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। जिससे पार्टी महासचिव के आने की खबर से उत्साहित कांग्रेसियों में निराशा फैल गई है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में बडा दखल रखने वाले धुरंधर इमरान मसूद ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की सहारनपुर में बडी रैली की योजना बनाई थी। जिसे मूर्तरूप देते हुए उन्होंने प्रियंका गांधी से रैली आयोजन की तिथि और समय निर्धारण प्राप्त कर लिया। रैली आयोजन में किसी तरह का व्यवधान ना हो, इसके लिए इमरान मसूद ने 8 फरवरी को महानगर के गांधी पार्क में रैली आयोजन की तैयारियां शुरू करते हुए प्रशासन को रैली आयोजन की अनुमति की अर्जी दे दी।
शनिवार को पता चला है कि प्रशासन ने प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति का हवाला देते हुए रैली आयोजित करने की अनुमति देने से मना कर दिया गया है। कांग्रेस नेता द्वारा 8 फरवरी को सहारनपुर के गांधी पार्क में किसानों के समर्थन में एक रैली आयोजित करने की तैयारियां की जा रही थी। जिला प्रशासन ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को कोरोना महामारी के कारण क्षेत्र में लगे प्रतिबंधों का हवाला देते हुए रैली के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस के धुरंधर नेता इमरान मसूद कैसे इस सभा को आयोजित करते हैं या फिर रैली आयोजन की अनुमति न देने पर प्रशासन की बात मान जाते हैं। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को दोपहर 12.00 बजे से अपराह्न 3.00 बजे के बीच देश भर में किसान संगठनों द्वारा आहूत चक्का जाम के आह्वान को अपना पूर्ण समर्थन दिया है।