रक्षाबंधन के बाद अब श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर संशय- हो रही अगर मगर

पवित्र त्योहार रक्षाबंधन को दो दिनी कर दिये जाने के बाद अब श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाए जाने को लेकर संशय के बादल खड़े हुए

Update: 2022-08-17 06:40 GMT

मथुरा। भाई और बहन के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन को दो दिनी कर दिये जाने के बाद अब श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाए जाने को लेकर संशय के बादल खड़े हो गए हैं। कुछ लोग जहां 18 अगस्त को जन्माष्टमी होने की बात कह रहे हैं, वही अनेक लोगों के मुताबिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को मनाया जाना बेहतर रहेगा। क्योंकि ज्योतिषियों के अनुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर इस मर्तबा 51 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा।

भारतीय संस्कृति विशेषकर हिंदू समुदाय में त्योहारों को बड़ा ही महत्व दिया जाता है। छोटे से लेकर बड़े त्यौहार पूरे उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। वर्षभर चलते रहने वाली त्योहारों की श्रृंखला के मद्देनजर आम जनमानस के भीतर भी भारी उत्साह रहता है। लेकिन पिछले कई साल से यह बात देखने में आ रही है कि अनेक त्यौहार अब 2 दिन मनाए जाने लगे हैं। जबसे सोशल मीडिया पर लोगों का ज्यादा जुड़ा हुआ है उस समय से त्योहारों को दो दिनों तक मनाए जाने के मामले बहुतायत में देखने को मिल रहे। है। हाल ही में मनाया गया रक्षाबंधन का पर्व शुभ और अशुभ के चक्कर में लगातार दो दिनों तक मनाया गया था। जहां विद्वानों ने 12 अगस्त का दिन रक्षाबंधन के लिए बेहतर बताया था वही ज्यादातर आबादी ने 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन पर्व मनाते हुए बहन ने अपने भाई के सुखद जीवन की कामना कर ली थी।

देखा जाए तो इस तरह से ज्यादातर आबादी द्वारा रक्षा बंधन का पर्व 11 अगस्त को मना लिये जाने से उन विद्वानों को जोरदार झटका लगा है जो पूरे दिन के त्यौहार को शुभ और अशुभ के जंजाल में फांसकर कुछ घंटों के भीतर समेट देते है। अब ऐसी ही स्थिति श्री कृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार को लेकर हो रही है।

आमतौर पर कहा जाता है कि जिस दिन रक्षा बंधन मनाई जाती है अगले सप्ताह उसी दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाना चाहिए। इस लिहाज से 11 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाने वालों के लिए 18 अगस्त का दिन जन्माष्टमी के लिए निर्धारित होता लग रहा है। जबकि ज्योतिषियों एवं ग्रह गोचर पंचांग के अनुसार इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। मथुरा में इस दिन भगवान कृष्ण का विशेष श्रंगार किया जाएगा। मध्य रात्रि में भगवान का जन्म होने के बाद आम जनमानस द्वारा खुशी मनाई जाएगी।

बताया जा रहा है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार एक विशेष संयोग बन रहा है। ज्योतिषियों के मुताबिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर इस मर्तबा 51 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। सनातन धर्म के मुताबिक हिंदी मास से छठे महीने यानी भाद्रपद में भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव मनाया जाता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देश दुनिया में भगवान के जन्म की खासी धूम रहती है।

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