प्रदेश का पहला बाॅयोसेफ्टी लेवल-3 लैब का किया शुभारम्भ

कोविड अस्पताल का निर्माण किया गया है। साथ ही, प्रदेश का पहला बाॅयोसेफ्टी लेवल-3 लैब का भी शुभारम्भ किया।

Update: 2020-09-07 17:15 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने आज गोरखपुर बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज, गोरखपुर में 300 शैय्यायुक्त एल-3 कोविड चिकित्सालय, बी0एस0एल0-3 लैब, 100 बेड पी0जी0 हाॅस्टल तथा गेस्ट हाउस का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समय-सीमा के अन्दर पूर्वान्चल वासियों के लिए मेडिकल काॅलेज के बाल चिकित्सा संस्थान में इस कोविड अस्पताल का निर्माण किया गया है। साथ ही, प्रदेश का पहला बाॅयोसेफ्टी लेवल-3 लैब का भी शुभारम्भ किया।

अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि इस पूरे परिक्षेत्र में लेवल-3 का बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में 200 बेड का अस्पताल था। 300 अतिरिक्त बेड के अस्पताल की स्थापना से बेडों की संख्या बढ़ाकर 500 हो गयी है। इस कोविड अस्पतालों में 100 आई0सी0यू0 बेड्स ताकि 200 आइसोलेशन बेड्स है। इस अस्पताल में 72 वेन्टीलेटर, 50 एच0एफ0एन0सी0 ताकि 200 इन्फ्यूजन पम्प सहित मोबाइल डिजीटल एक्स-रे मशीन, पोर्टेबल अल्ट्रासाउण्ड मशीन सहित माॅनीटर, पल्स आॅक्सीमीटर आदि उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि 300 बेड के चिकित्सालय का निर्माण हो जाने से गोरखपुर तथा आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को बेड की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 किसी एक विभाग की लड़ाई नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश की लड़ाई है। इसमें आमजन के साथ-साथ सभी को एकजुट होकर लड़ना है और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करनी है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के पहले बी0एस0एल0-3 लैब का उद्घाटन हो जाने से जांच की क्षमता में वृद्धि होगी। कोरोना संक्रमण जांच की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर कान्ट्रैक्ट ट्रेसिंग के कार्याें में तेजी लायी जाए। प्रदेश सरकार कोरोना महामारी से पूरी मजबूती के साथ लड़ाई लड़ रही है। जिसका परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना पाॅजिटिव दर तथा मृत्यु दर कम है तथा रिकवरी रेट बेहतर है।

अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 2,18,833 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 1,46,24,907 वाहनों की सघन चेकिंग में 70,990 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 75,60,42,274 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 4,35,197 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 1225 लोगों के खिलाफ 908 एफआईआर दर्ज करते हुए 436 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के अन्तर्गत अब तक 2466 मामलों में संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गयी है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में 89 एफआईआर दर्ज करते हुए 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कन्टेनमेंट जोन में 89,57,436 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन कन्टेनमेंट जोन में कोरोनो पाॅजिटिव लोगों की संख्या 47,288 तथा इन्टीट्यूशल क्वारंटीन किये गये लोगों की संख्या 33,936 है। प्रदेश में हाॅटस्पाॅट वाले बस्तियों की अनुमानित जनसंख्या 83,28,684 के सापेक्ष 18,194 डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ/मैन के द्वारा दूध वितरित किया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के सम्बंध में राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य स्तर पर स्थापित एकीकृत आपदा नियंत्रण केन्द्र के टोल फ्री हेल्पलाइन नं0-1070 पर प्राप्त 1,20,033 काॅल्स में से 1,19,610 का निस्तारण किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम द्वारा दी गयी सूचना के अनुसार कल 6097 बसों के माध्यम से 7,88,000 लोगों ने यात्रा की।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 1,30,464 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 66,31,318 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घंटों में कोरोना के संक्रमित 5,649 नये मामले आये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 62,144 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। होम आइसोलेशन में 32,724 लोग हैं। जोकि कुल का 52.65 प्रतिशत है। प्रदेश में अब तक 2,05,731 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके है, जो कि कुल का 75.76 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में भुगतान के आधार पर 2,912 लोग अपना ईलाज करा रहे है तथा सेमी पेड (एल-1 प्लस) में 251 का ईलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ट्रुनेट, आर0टी0पी0सी0आर0, एंटीजन व रैपिड एन्टीजेंन्ट टेस्ट के माध्यम से कोरोना संक्रमितों के टेस्ट किये जा रहे है जिसमें 01 से 06 सितम्बर, 2020 के मध्य रेपिड टेस्ट के पाॅजटिविटी रेट 3.7 प्रतिशत है, ट्रुनेट से की जा रही जांच का पाॅजटिविटी रेट 15.4 प्रतिशत है, आर0टी0पी0सी0आर0 से की जा रही जांच का पाॅजटिविटी रेट 5.4 प्रतिशत है उन्हें कहा कि इस प्रकार 01 सितम्बर से 06 सितम्बर के मध्य की गयी जांच का कुल पाॅजटिविटी प्रतिशत 4.5 प्रतिशत है।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बच्चों में दो प्रकार की टीकाकरण की वैक्सीन आ गयी है। रोटा वायरस वैक्सीन एवं न्यूमोंकोकल वैक्सीन प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सालयों में बच्चों के टीकाकरण के लिए इस वर्ष निशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि डायरिया के लिए बच्चों को रोटा वायरस की वैक्सीन जन्म के 06वें, 10वें एवं 14वें सप्ताह में अवश्य लगवायें। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से निमोनिया के लिए बच्चों को न्यूमोंकोकल वैक्सीन लगायी जाती है। सरकारी अस्पतालों में बच्चों के टीकारण हेतु पोलियो तथा चेचक के वैक्सीन भी उपलब्ध है। यह भी जन्म के 06वें, 10वें एवं 14वें सप्ताह में लगायी जाती है। उन्होंनें बताया कि ई-संजीवनी पोर्टल का प्रयोग करके डाॅक्टरों की चिकित्सीय परामर्श अवश्य ले। उन्होंने कहा कि बच्चें, बुजर्ग एवं गर्भवती महिलाएं घर से बाहर तभी निकले जब बहुत जरूरी होे तथा जहां भी सार्वजनिक स्थानों पर जाएं, तो वहां मुॅह, नाक को ढककर रखे, और दो गज की दूरी अवश्य बनायें रखे।

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