नौकरी मांगने वाले नहीं देने वाले बने युवा- स्टूडेंट को दी स्टार्टअप...
सुशिक्षित होने के बावजूद भी रोजगार के लिए भटक रहा है जो कि समाज के लिए बहुत बडी विडम्बना है।;
मुजफ्फरनगर। शहर के श्रीराम कॉलेज के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में आयोजित की गई कार्यशाला में स्टूडेंट को स्टार्ट अप शुरू करने के लिए प्रेरित करते हुए बताया गया कि युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहिए।
जिला मुख्यालय पर स्थित जनपद के प्रतिष्ठित श्री राम कॉलेज के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग द्वारा आयोजित की गई एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया।
बिजनेस स्टार्टअप एवं न्यू प्रोडक्ट डेवलपमेंट विषय को लेकर आयोजित की गई कार्यशाला के मुख्य वक्ता रहे गवर्नमेंट पीजी कॉलेज देवबंद के वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष डॉ मोहम्मद आरिफ ने कहा कि आज का युवा योग्य व सुशिक्षित होने के बावजूद भी रोजगार के लिए भटक रहा है जो कि समाज के लिए बहुत बडी विडम्बना है।
उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को नौकरी लेने वाला नही बल्कि नौकरी देने वाला बनने के लिए प्रयास करना चाहिए, तभी आधुनिक समाज से बेरोजगारी जैसी समस्या का समापन हो सकता है और युवाओं का भविष्य और अधिक सुरक्षित हो सकता है।
उन्होनें कहा कि छात्र-छात्राओं को बडे सपने देखना ही काफी नही बल्कि उन्हें पूरा करने के लिए निरन्तर प्रयास करते रहना चाहिए और छात्र छात्राएं यह भी सुनिश्चित करें कि हर एक प्रयास सही दिशा में हों।
डॉ0 मौ0 आरिफ ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उन्हें सर्वप्रथम स्वयं और अपने माता पिता व परिवार के सपनों के लिए मेहनत करनी चाहिए और समाज को भी लाभ पहुंचाने मे योगदान देना चाहिए।
कार्यशाला के दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं को स्टार्टअप का सही अर्थ समझाया और बताया कि वे किस प्रकार से स्टार्टअप शुरू कर सकते है, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ होगा और समाज मे उनका योगदान भी बढेगा।
उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम छात्र-छात्राओं को समाज की आवश्यकताओं व समस्याओं का गहन विश्लेषण करना होगा और फिर इन समस्याओं का समाधान बिजनेस स्टार्टअप के जरिये करना होगा जिससे उनका दोहरा लाभ होगा। पहला तो समाज के सामने आने वाली उस समस्या का समाधान हो जायेगा और दूसरा आपका स्टार्टअप भी शुरू हो जायेगा।
इस दौरान डॉ0 मौ0 आरिफ ने छात्र-छात्राओं का समूहीकरण करके दस विभिन्न समूह बनाये और प्रत्येक समूह से एक एक सामाजिक समस्या का अन्वेषण करने को कहा। फिर प्रत्येक समूह के प्रतिभागियों ने मिलकर एक एक विशेष सामाजिक समस्या की खोज की और इस प्रकार दस प्रकार की सामाजिक समस्याओं की पहचान छात्र-छात्राओं से ही कराई ताकि भविष्य में भी वे सामाजिक समस्याओं पर ध्यान दे सके और उनके समाधान के लिए प्रयास करें।
इसके पश्चात उन्होंने कार्यशाला का समापन करते हुए विभिन्न दस समस्याओं में से तीन मुख्य समस्याओं का चयन कर उनके समाधान के लिए छात्र-छात्राओं को सौंप दिया, जिससे उनके आधार पर स्टार्टअप शुरू किये जा सके। इस प्रकार मुख्य वक्ता डॉ0 मौ0 आरिफ ने छात्र-छात्राओं को स्टार्टअप के गुर सिखायें।
इस अवसर पर श्री राम ग्रुप आफ कालिजेज के चेयरमैन डॉ0 एस.सी. कुलश्रेष्ठ ने बीबीए विभाग के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि विभाग भविष्य मे भी इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित कराते रहे ताकि छात्र-छात्राओं का बहुमुखी विकास हो सकें।
इस अवसर पर श्री राम कॉलेज की प्राचार्या डा0 प्रेरणा मित्तल ने बीबीए विभाग के सभी प्रवक्ताओं को शुभकामनाएं दी और कहा कि हम महाविद्यालय मे समय समय पर इस प्रकार के कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित कराते रहते है ताकि उनके करियर मे आने वाली चुनौतियों को समाधान मिल सके और भविष्य मे उनके लिए रोजगार के और अधिक अवसर सृजित हो सके।
इस अवसर पर श्री राम कॉलेज के प्रबंधन ब्लॉक के डीन डॉ0 सौरभ मित्तल ने कहा कि छात्र-छात्राओं को इस प्रकार के कार्यक्रमों मे प्रतिभाग करते रहना चाहिए जिससे उन्हें करियर सम्बन्धी चुनौतियों व समस्याओं का समाधान करने मे मदद मिलें।
कार्यक्रम के अंत मे बीबीए विभाग के विभागाध्यक्ष विवेक कुमार त्यागी ने कहा कि छात्र-छात्राओं को इस प्रकार के कार्यक्रमों से अपने कौशल मे वृद्धि करनी चाहिए ताकि उनका बहुमुखी विकास हो सके।
तत्पश्चात उन्होंने मुख्य वक्ता डॉ0 मौ0 आरिफ व विशिष्ठ अतिथियों का आभार प्रकट किया और सभी साथी प्रवक्ताओं का धन्यवाद किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ0 अतुल कुमार ने किया।
इस कार्यक्रम को आयोजित करने व सफल बनाने मे हिमांशु वर्मा, शिवानी शर्मा, सागर शुक्ला, जतिन सिंघल, पूनम शर्मा, कपिल देशवाल, ममता मित्तल, जेबा ताहिर, अंकुश रावल, मोनिका, तनु त्यागी, स्वाति तायल, निशी ठाकुर, निशू वर्मा का सहयोग रहा।