जब BJP प्रत्याशी के कागजों में रही कमी-विपक्ष का चुना गया जिला पंचायत अध्यक्ष

भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार की घोषणा के मध्य अब चर्चा व कहानियों का दौर चलने लगा है।

Update: 2021-06-25 06:39 GMT

गाजीपुर। भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष गाजीपुर के लिए उम्मीदवार की घोषणा के मध्य गाजीपुर में अब चर्चा व कहानियों का दौर चलने लगा है।

गाजीपुर जिला संगठन द्वारा प्रदेश नेतृत्व को जिला पंचायत अध्यक्ष पद उम्मीदवार के लिए मात्र एक नाम बंदना यादव भेजे जाने के बावजूद प्रभारी मंत्री व संगठन के नेताओं द्वारा दावेदारों से अलग-अलग मिलने के बाद प्रत्याशी के रूप में सपना सिंह को घोषित किया गया। पार्टी मुख्यालय द्वारा प्रत्याशी घोषणा के बाद जनपद में अब पुरानी कहानियां भी निकल कर सामने आने लगी हैं। जिस पर लोग खूब चटखारे लेते हुए अपने-अपने ढंग से स्थिति बयां कर रहे हैं

गौरतलब हो कि वर्ष 2016 जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव के दौरान पिछड़ी सीट आरक्षण के तहत भाजपा से जिला पंचायत सदस्य हरेंद्र यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया गया। पर्चा दाखिला के बाद पता चला कि हरेंद्र यादव ने अपने पर्चा के साथ कोष पत्र की शुल्क रसीद लगायी ही नहीं। ऐसे में भाजपा की दावेदारी समाप्त हो गई और सपा का जिला पंचायत अध्यक्ष विजय यादव निर्विरोध निर्वाचित हुए। पार्टी के कद्दावर नेता व तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा की देखरेख में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे प्रतिष्ठापरक चुनाव में पार्टी प्रत्याशी की दावेदारी महज एक कोष पत्र की रसीद जैसा कागज के चलते ना हो पाना पार्टी को खल गयी ।

गाजीपुर से सांसद और तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा पर्चा दाखिला में स्वयं मौजूद थे। उसके बाद पर्चा खारिज हो जाने के बाद पार्टी को काफी झटका लगा था। पर्चा खारिज होने के पीछे कुछ लोगों ने यहां सपा सरकार के इशारे पर पर्चा निकाल लिए जाने का आरोप लगाया। वही अधिकांश लोगों द्वारा हरेंद्र यादव के साजिश का आरोप लगाया गया। वहीं कुछ लोगों द्वारा तो यह भी कहा गया कि शुल्क रसीद प्रमाण पत्र नहीं लगाने के पीछे करोड़ों की डील हुई थी।

करोड़ों की डील को बल इस बात से भी मिला कि इस सीट को लेकर सपा के नेता पूर्व से ही अपने निर्विरोध चयन को लेकर आश्वस्त थे। ऐसे में पर्चा दाखिला में मात्र एक रसीद का ना होना कई बातों को बल दे गया।

इसके पूर्व वर्ष 2012 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रख्यात लोकगीत गायक व समाजवादी पार्टी के बड़े नेता विजय लाल यादव को जंगीपुर विधानसभा से टिकट दिया था विजय लाल यादव ने पर्चा दाखिला करने के बाद वापसी के एक दिन पूर्व अपनी दावेदारी वापस ले ली और भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विजय लाल यादव के इस कदम के बाद भाजपा की बड़ी किरकिरी हुई थी। हालांकि ऐन मौके पर डॉ महेंद्रनाथ पांडेय द्वारा हेलीकॉप्टर से सिंबल पहुंचा कर रमेश सिंह 'पप्पू' को जंगीपुर विधानसभा से चुनाव लड़ गया। जिसमें भाजपा को कड़ी पराजय का मुंह देखना पड़ा था।

हालांकि भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद प्रत्याशी हरेंद्र यादव के करोड़ों रुपए प्राप्त करने की बातें पुष्ट नहीं हो सकी और राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहता है। लेकिन जब इस वर्ष जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए जबसे बंदना यादव की दावेदारी तेज हुई है तब से पार्टी में एक धड़ा इन दोनों यादव नेताओं के चुनावी प्रकरण की चर्चा करते हुए पुनर्विचार करने का दुहाई देते रहे। वहीं गत दिनों पार्टी के पूर्व जिला मंत्री व पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल पांडेय द्वारा बोला गया एक वीडियो जिसमें वह भाजपा नेताओं से सामान्य सीट पर सामान्य जाति के प्रत्याशियों के दावेदारी की बात करते नजर आए की भी खूब चर्चा होती रही। ऐसे में गुरुवार की दोपहर सपना सिंह को पार्टी की सदस्यता के कुछ घण्टों बाद ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित कर दिए जाने के बाद इन कहानियों को और बल देते हुए सुनाया जाने लगा।

वार्ता

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