चप्पल पसंद नहीं आने पर किशोर ने किया ऐसा काम- मचा चौतरफा कोहराम
परिवार के सदस्यों ने रचित को बाद में चप्पल बदलवाने का आश्वासन दिया।;
बिजनौर। चप्पल पसंद नहीं आने पर छठी कक्षा के छात्र ने हौलनाक कदम उठाते हुए फांसी के फंदे पर झूलकर सुसाइड कर लिया है। बालक की मौत से परिजनों में बुरी तरह से कोहराम मचा हुआ है। परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दिए बगैर भारी गमगीन माहौल में बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया है।
जनपद बिजनौर के हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव पावटी में रहने वाले 12 वर्षीय छात्र रचित पुत्र संजय ने गणतंत्र दिवस के दिन स्कूल जाने से पहले परिजनों से नई चप्पल की डिमांड की थी। पिता ने स्कूल से लौटकर आने के बाद रचित को नई चप्पल दिलाने का आश्वासन देते हुए स्कूल भेज दिया था।
छुट्टी के बाद जब रचित स्कूल से लौट कर आया तो पिता ने आश्वासन के मुताबिक उसे बाजार से नई चप्पल लाकर दे दी। लेकिन पिता द्वारा लाई गई चप्पल रचित को पसंद नहीं आई। जिसके चलते उसने चप्पल बदलवाने की जि़द की। परिवार के सदस्यों ने रचित को बाद में चप्पल बदलवाने का आश्वासन दिया।
चप्पल नहीं बदले जाने से खफा हुए रचित ने कमरे में जाकर अपनी मां की साड़ी से घर की खिड़की में फंदा बनाया और उसके ऊपर झूलकर सुसाइड कर लिया। बच्चे को जब परिजनों ने फांसी के फंदे पर लटके देखा तो उनमें बुरी तरह से कोहराम मच गया। परिवार ने पुलिस को सूचना दिए बगैर बालक का अंतिम संस्कार कर दिया है।