केंद्रीय मंत्री बालियान समेत दिग्गज नेता कोर्ट में हुए पेश- अब होगी..
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और पूर्व बुढाना विधायक उमेश मलिक अदालत में पेश हुए।
मुजफ्फरनगर। वर्ष 2013 में हुए कवाल कांड के बाद नंगला मंदौड गांव में आयोजित की गई महापंचायत में शामिल होने पर आचार संहिता के उल्लंघन एवं सरकारी कामकाज में बाधा डालने के मामले में आरोपी बनाए गए केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और पूर्व बुढाना विधायक उमेश मलिक अदालत में पेश हुए। आरोपों पर अदालती बहस के लिए अब 14 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है।
शुक्रवार को केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और बुढाना के पूर्व विधायक उमेश मलिक वर्ष 2013 में कवाल कांड के बाद सिखेड़ा थाना क्षेत्र के नगला मंदौड गांव में आयोजित की गई पंचायत में शामिल होने पर आचार संहिता के उल्लंघन और सरकारी कामकाज में बाधा डालने के आरोप में अदालत के सम्मुख पेश हुए हैं। सिविल जज सीनियर डिविजन विशेष एमपी एमएलए कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद आरोपों पर अदालती बहस के लिए अब 14 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है।
गौरतलब है कि जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव कवाल में ममेरे और फुफेरे भाई गौरव एवं सचिन की हत्या के बाद 31 अगस्त को नंगला मंदौड गांव में महापंचायत बुलाई गई थी, जिसमें आसपास के जनपदों के अनेक लोग शामिल हुए थे। एसडीएम जानसठ में महापंचायत के मद्देनजर इलाके में धारा 144 लागू कर रखी थी, जिसके उल्लंघन और तत्कालीन एसओ सिखेड़ा ने सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा थाने में दर्ज कराया था। पुलिस 14 आरोपियों के खिलाफ इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।