दो श्रमिकों की मृत्यु, सात को बचाया जा सका
सुरंग की खुदायी के दौरान मिट्टी धसकने के कारण हुए हादसे में 24 घंटे से अधिक समय तक चले राहत एवं बचाव कार्यों के बावजूद दो श्रमिकों को सुरक्षित नहीं बचाया जा सका
कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र में सुरंग की खुदायी के दौरान मिट्टी धसकने के कारण हुए हादसे में 24 घंटे से अधिक समय तक चले राहत एवं बचाव कार्यों के बावजूद दो श्रमिकों को सुरक्षित नहीं बचाया जा सका। शेष सात श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मृत श्रमिकों की पहचान गोरेलाल कोल और रवि के रूप में हुयी है। दोनों के शव कल देर रात बाहर निकाले गए। इसके साथ ही एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ की पांच टीमों का राहत एवं बचाव कार्य 28 घंटे चलने के बाद देर रात समाप्त हो गया।
शनिवार देर शाम नर्मदा दायीं तट नहर योजना से संबंधित सुरंग (टनल) की खुदायी का कार्य मशीन से किया जा रहा था। इसी दौरान जमीन धसकने से काम कर रहे नौ मजदूर दब गए। इसके बाद राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ किया गया और भोपाल स्थित अत्याधुनिक संसाधनों से सुसज्जित राज्य सिचुएशन रूम (एसएसआर) से गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजौरा और अन्य अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए घटनास्थल की निगरानी करते रहे।
तीन श्रमिकों को शनिवार की देर रात्रि ही निकाल लिया गया था। इसके अलावा चार श्रमिकों को रविवार दिन में निकाल लिया गया। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और सभी की हालत बेहतर है।
बरगी से बाणसागर तक जाने वाली नर्मदा दायीं तट परियोजना के तहत 'अंडरग्राउंड' सुरंग निर्माण संबंधी कार्य चल रहा है। इसे एक निजी कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है।