भीषण विस्फोट के बीस घंटे बाद मकान के मलबे से मां-बेटी के शव बरामद

पुलिस के अनुसार जमील का कहना था कि विस्फोट के समय घर पर एलपीजी गैस के भरे हुए दो सिलेंडर भी रखे हुए थे।

Update: 2024-10-20 09:53 GMT

मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में एक मकान में हुए भीषण विस्फोट के बीस घंटे बाद आज रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम ने मकान के मलबे से मां बेटी के शव बरामद किए हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मुरैना के इस्लामपुरा इलाके के एक मकान में कल दोपहर अचानक भीषण विस्फोट हुआ जिससे आसपास के चार मकान भी भरभराकर गिर गए थे। विस्फोट इतना भीषण था कि एक किलोमीटर की दूरी तक धमाके की आवाज लोगों को सुनाई दी और क्षेत्र के लोगों में अफरा तफरी मच गयी। प्रारंभिक सूचना में मकान के मलबे में आधा दर्जन लोगों के फंसने की जानकारी लगी थी, लेकिन बाद में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने आधिकारिक तौर पर मां बेटी के मलबे फंसे होने की पुष्टि की थी।

पुलिस अधीक्षक श्री सौरभ ने विस्फोट का कारण गैस सिलेंडर का फटना बताया था, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने दावा किया कि मकान में पटाखा बनाने के लिए बारूद रखी होने से उससे विस्फोट हुआ है। विस्फोट की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। विस्फोट स्थल का रास्ता सकरा होने के कारण रेस्क्यू करीब बीस घंटे चलाने के बाद आज टीम ने मकान के मलबे को हटाकर उसमें दबे मां अंजुम बेगम (36) और उसकी बेटी साहिबा बानो (17) के शव बरामद कर लिए हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि मकान गजेंद्र राठौर का था और तीन साल पहले उसने जमील नाम के व्यक्ति को किराए पर दिया हुआ था। जमील चाट का ठेला लगाता था। कल जब वह घर से बाहर था और उसकी पत्नी ओर बेटी रसोई में खाना बना रहीं थीं और उसके दोनों बेटे स्कूल गए थे, उसी दौरान मकान में विस्फोट हो गया। पुलिस ने जमील को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन पत्नी और बच्ची के अंतिम संस्कार के लिए आज छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार जमील का कहना था कि विस्फोट के समय घर पर एलपीजी गैस के भरे हुए दो सिलेंडर भी रखे हुए थे। पुलिस अधीक्षक सौरभ ने बताया कि फॉरेंसिंक टीम विस्फोट के कारणों की जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही विस्फोट के कारणों का पता चल सकेगा।Full View

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