अवैध शराब पीने से तीन लोगों की मौत, 15 लोग अस्पताल में भर्ती
अवैध शराब पीने से रविवार को तीन लोगों की मौत हो गयी और कम से कम 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
चेन्नई। तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में मरक्कानम के पास एकियारकुप्पम गांव में कथित तौर पर अवैध शराब पीने से रविवार को तीन लोगों की मौत हो गयी और कम से कम 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यहां प्राप्त जानकारी के मुताबिक लोगों के एक समूह ने कल शाम एक समारोह के दौरान शराब पी ली थी। रविवार सुबह से ही जहरीली शराब का सेवन करने वाले लोग उल्टी करने लगे और बेहोश होने। इसके बाद उन्हें पुड्डुचेरी स्थित जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एवं अनुसंधान (जिम्पेर ) ले जया गया, जहां तीन लोगों की की मृत्यु हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि कम से कम 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों की पहचान शंकर (50), सुरेश (60) और दरनिवेल (50) के रूप में हुई है। जिला पुलिस अधीक्षक एन. श्रीनाथ ने घटनास्थल पर पहुंचे और इस घटना के बारे में जानकारी ली। इस मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
अवैध शराब बेचने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इस हादसे में तीन लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के सदस्यों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने इस घटना पर दुख और सदमा व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना ऐसे समय में घटित हुई है, जब राज्य सरकार अवैध शराब और नशीले पदार्थों के खतरे को पूरी तरह खत्म करने के लिए कड़े कदम उठा रही है। इस मामले में चार पुलिस कर्मियों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
यहां एक बयान में उन्होंने कहा कि मरक्कनम थाने के निरीक्षण अरुल वादिवाझगन, उप निरीक्षक, निषेध प्रवर्तन इराई निरीक्षण मारिया सोफी मंजुला और उप निरीक्षक शिवगुरुनाथन को निलंबित कर दिया गया है। स्टालिन ने कहा कि अवैध शराब बेचने वाले अमरन को गिरफ्तार कर लिया गया है और घटना के संबंध में शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में भर्ती हुए लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने का जिक्र करते हुए शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और प्रत्येक परिवार को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों को मुख्यमंत्री जन राहत कोष से 50-50 हजार रुपये देने की भी घोषणा की।