झोपड़ी में लगी आग में तीन बच्चों की जिंदा जलकर मौत मां बाप गंभीर

खाना बनाने के बाद बची आग से निकली चिंगारी ने झोपड़ी के भीतर सो रहे तीन बच्चों को जिंदा जलाकर सदा के लिए मौत की नींद...

Update: 2023-12-03 05:37 GMT

फिरोजाबाद। खाना बनाने के बाद बची आग से निकली चिंगारी ने झोपड़ी के भीतर सो रहे तीन बच्चों को जिंदा जलाकर सदा के लिए मौत की नींद सुला दिया है। आग लगने के इस हादसे में बच्चों के माता-पिता झुलस कर गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बुरी तरह से झुलसे पति-पत्नी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। झोपड़ी में लगी आग में गरीब का सब कुछ जलकर खाक हो गया है।

थाना जसराना क्षेत्र के गांव खडीत डेरा बंजारा में अपने परिवार के साथ रहने वाला 30 वर्षीय शकील अपनी पत्नी नेमजादा तथा बच्चों के साथ झोपड़ी के भीतर सो रहा था। शनिवार को तकरीबन आधी रात के करीब झोपड़ी में किन्हीं कारणों से आग लग गई। इससे पहले की झोपड़ी में सो रहे परिजन नींद से जाकर बाहर निकलते हुए अपनी जान बचा पाते, उससे पहले ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।

इस आग की चपेट में आकर झोपड़ी के भीतर सो रहे 4 साल के अनीश के अलावा एक साल की रेशमा की आग में जिंदा जलकर मौत हो गई है। आग की लपटों एवं भीतर सो रहे लोगों की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे आसपास के लोग पुलिस को सूचना देते हुए झोपड़ी में लगी आग को बुझाने की कोशिशें में जुट गए‌।

सूचना मिलने के बाद इंस्पेक्टर विनय मिश्रा फोर्स एवं एंबुलेंस के साथ गांव में पहुंच गए। पुलिस ने किसी तरह ग्रामीणों की मदद से झोपड़ी में लगी आग में फंसे शकील और उसकी पत्नी नेमजादा तथा 6 साल की बेटी सामना को बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया। इसी बीच नायब तहसीलदार नरेश पाल सिंह भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने घटना की जानकारी ली। इस मामले में घायल हुए सभी लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भिजवाया गया, जहां शकील की बेटी सामना की भी मौत हो गई है।

पुलिस अधीक्षक देहात रणविजय सिंह ने बताया है कि गरीब की झोपड़ी में आग किस कारण से लगी है, इसका पता लगाया जा रहा है। हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है और पति-पत्नी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

Full View

Tags:    

Similar News