संसद के सामने आत्मदाह करने वाले छात्र की जिंदगी ने छोड़ा साथ
गरीब होने की वजह से पुलिस और प्रशासन आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने से खुद को बचा रहा है।
बागपत। गांव के दबंगों द्वारा किए जाने वाले कमेंट से परेशान होने के बाद संसद के सम्मुख आत्मदाह करने वाले स्टूडेंट की इलाज के दौरान मौत हो गई है। छात्र की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है।
शुक्रवार को संसद के सामने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने वाले स्टूडेंट जितेंद्र की मौत हो गई है। राजधानी दिल्ली में पहुंचे स्टूडेंट ने संसद के सामने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली थी।
95% जली हालत में राजधानी के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती करायें गए स्टूडेंट ने आज मौत के आगे घुटने टेक दिए। जिला मुख्यालय बागपत से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर छपरौली में रहने वाले स्टूडेंट जितेंद्र ने गांव के दबंगों से परेशान होकर संसद के सामने आत्मदाह कर लिया था।
आत्मदाह करके मौत को गले लगाने वाला जितेंद्र एलएलबी प्रथम वर्ष का छात्र था। जिस विवाद की वजह से जितेंद्र ने बुधवार को संसद के सामने मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह किया था, वह वर्ष 2021 में शुरू हुआ था।
लेकिन जितेंद्र का आरोप था कि उसके गरीब होने की वजह से पुलिस और प्रशासन आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने से खुद को बचा रहा है।