आफत की बारिश ले गई मां बेटी की जान- मचा चौतरफा कोहराम
मूसलाधार बारिश की मार से बेहाल हुई मकान की छत भरभराकर नीचे आ गिरी, जिससे पूरा परिवार छत से गिरे मलबे के नीचे दब गया।;
मुजफ्फरनगर। मूसलाधार बारिश की मार से बेहाल हुई मकान की छत भरभराकर नीचे आ गिरी, जिससे पूरा परिवार छत से गिरे मलबे के नीचे दब गया। मौके पर मची चीख-पुकार को सुनकर जब तक आसपास के लोग मदद के लिए पहुंचते, उससे पहले ही दम घुटने से मां बेटी की मौत हो गई। मलबे के नीचे से निकालकर अस्पताल ले जाई गई मां बेटी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कर उनका इलाज शुरू कर दिया। जिला प्रशासन की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।
मुजफ्फरनगर के थाना शहर कोतवाली क्षेत्र के नियाजीपुरा में रहने वाले 27 वर्षीय अक्षय और उसकी पत्नी कविता तथा 7 वर्षीय बेटी मानसी बीती रात कमरे के भीतर सो रहे थे, जबकि परिवार के अन्य सदस्य मकान के दूसरे कच्चे कमरे में अपनी नींद ले रहे थे।
रविवार की सवेरे अचानक से मकान की कच्ची छत भरभराकर नीचे आ गिरी। छत गिरने की आवाज को सुनकर परिवार के अन्य लोग भागदौड़ करते हुए मौके पर पहुंचे और शोर-शराबा करते हुए आसपास के लोगों को मदद के लिए पुकारा। चीख-पुकार सुनते ही आसपास के लोग अक्षय के मकान की तरफ दौड़ पड़े। जहां मलबे के नीचे अक्षय और उसका पूरा परिवार दबा हुआ था।
घटनास्थल पर सामूहिक प्रयास करते हुए मलबे को हटाकर उसके नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला गया। परिवार के सभी सदस्य इलाज के लिए अस्पताल ले जाए गए। जहां चिकित्सकों ने अक्षय की पत्नी कविता और उसकी बेटी मानसी को मृत घोषित कर दिया। हादसे की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम सदर परमानंद झा एवं एसपी ने शहर कोतवाली पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मौका मुआयना किया। एसडीएम ने बताया कि मृतक के परिजनों को प्रति व्यक्ति 400000 रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा घायल एवं क्षतिग्रस्त मकान का मुआवजा भी प्रशासन पीड़ित परिवार को देगा। पुलिस ने मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।