पतजंलि की दवाओं पर रोक लगाने वाला अफसर अब रडार पर- किया तलब
इस मामले की बाबत अब निदेशालय से लेकर शासन तक कोई भी इस पर बोलने को तैयार नहीं है।
हरिद्वार। योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि की दवाई बनाने वाली दिव्य फार्मेसी को उसके द्वारा निर्मित 5 दवाओं के निर्माण पर रोक लगाने का नोटिस भेजने वाले अफसर अब खुद शासन के रडार पर आ गए हैं। शासन की ओर से नोटिस भेजकर रोक लगाने वाले अफसर को जवाब तलब किया गया है। हाई प्रोफाइल हो चुके इस मामले की बाबत अब निदेशालय से लेकर शासन तक कोई भी इस पर बोलने को तैयार नहीं है।
शुक्रवार को राजनैतिक हलकों के साथ राज्य के कारोबारी क्षेत्र में उस समय हडकंप मच गया जब उत्तराखंड सरकार द्वारा आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग के उच्च अधिकारी को नोटिस भेजकर तलब किया गया है। जिसमें अफसर द्वारा बाबा रामदेव से जुड़ी दिव्य फार्मेसी को पांच दवाओं के उत्पाद पर नोटिस जारी किया है।
दिव्य फार्मेसी की पांच दवाओं को लेकर नोटिस भेजने वाले उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग के अधिकारी डॉ जीपीएस जंगपाजी से शासन ने नोटिस भेजकर पूछा है कि आखिर दिव्या फार्मेसी को दिए गए नोटिस का क्या आधार है और इसको लेकर अधिकारी को पत्र भी भेज दिया गया है।
उधर नोटिस प्राप्त करने वाले अफसर ने कहा है कि वह शासन को मिले नोटिस का जवाब जरूर भेजेंगे। शासन के इस एक्शन के बाद अब मामले में और भी ज्यादा गर्माहट आने की संभावना है क्योंकि मामला बाबा रामदेव से जुड़ा है जिसके चलते यह मामला अब हाईप्रोफाइल हो गया है।
उल्लेखनीय है कि भ्रामक विज्ञापनों का हवाला देते हुए आयुर्वेद और यूनानी लाइसेंस अथॉरिटी उत्तराखंड के अफसर की ओर से बृहस्पतिवार को पतंजलि के उत्पादों को बनाने वाली दिव्य फार्मेसी को 5 दवाओं का उत्पादन रोकने का आदेश दिया है।