लगी बोली तो 26000 रुपए में बिक गई मछली- वजन था सिर्फ...

आमतौर पर कहा जाता है की भूख में गूलर भी पकवान बन जाता है और संख्या कम होने उसकी कीमत भी आसमान पर पहुंच जाती है।

Update: 2023-09-07 12:05 GMT

नई दिल्ली। आमतौर पर कहा जाता है की भूख में गूलर भी पकवान बन जाता है और संख्या कम होने उसकी कीमत भी आसमान पर पहुंच जाती है। इसी तरह बारिश नहीं होने की वजह से मछलियों की किल्लत झेल रहे लोग बोली लगाकर अब मछलियां खरीद रहे हैं। 2 किलो वजन की मछली खरीदने के लिए जब बोली लगी तो वह 26 हजार रुपए में बेची गई। आंध्र प्रदेश के पुडुचेरी में हुए मछली के भारी भरकम दामों में बिकने के मामले में वनमाड़ी आदि नारायण नामक मछुआरा यवतनाम के वशिष्ठ गोदावरी में मछली पकड़ने के लिए गया था। मछली को पकड़ने के लिए जब उसने जाल फैलाया तो उसमें खुलासा मछली फंस गई। जिसे उसने एक महिला को 19 हजार रुपए में बेच दिया।


मछली का वजन तकरीबन 2 किलोग्राम था, जिसकी महिला ने बोली लगवानी शुरू कर दी। अंतिम बोली 26000 रुपए की लगी। जिसके चलते महिला ने इस मछली को रावला प्लेन शहर के रहने वाले व्यक्ति के हाथ बेच दिया और एक ही झटके में सात हजार रूपये कमा लिये। महंगी मछली बिकने के संबंध में बताया जा रहा है कि हर साल बरसात के मौसम में समुद्र से लेकर नदी तक यात्रा करने वाली पुलस मछली की आंध्र प्रदेश के बाजारों में ऊंची कीमत होती है। लोगों का मानना है कि इसका स्वाद अनोखा होता है और वह इसके लिए हजारों रुपए खर्च करने को भी सहर्ष तैयार हो जाते हैं। इस वर्ष पुलस मछली बहुत कम संख्या में पकड़ी गई है। जिसके चलते अब इनकी कीमत आसमान छू रही है।

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