शादी का दबाव सहन नहीं कर सके सिपाही ने थाने में किया ऐसा काम
दौड़ धूप करते हुए डीजी दफ्तर में पहुंचे तो वहां पर खून से लथपथ सिपाही देवांश पड़ा हुआ था।
उन्नाव। घरवालों की ओर से लगातार बनाए जा रहे दबाव को सहन नहीं कर सके सिपाही ने थाने के भीतर दरोगा की पिस्टल से कनपटी पर गोली मारते हुए सुसाइड कर लिया है। घर वालों ने शादी के लिए जो लड़की फाइनल की थी, वह सिपाही को पसंद नहीं थी। थाने के भीतर सिपाही के सुसाइड से विभाग में हड़कंप मच गया।
मंगलवार को उन्नाव थाने के भीतर जिस समय अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने काम में व्यस्त थे, इसी दौरान थाने में जीडी दफ्तर में तैनात सिपाही देवांश की अपने बड़े भाई के साथ मोबाइल फोन के माध्यम से जोरदार बहस हुई थी। फोन कॉल खत्म हो जाने के बाद थाने के भीतर जब गोली चलने की आवाज आई तो विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों में बुरी तरह से अफरा तफरी मच गई। थाने के भीतर मौजूद पुलिस कर्मी दौड़ धूप करते हुए डीजी दफ्तर में पहुंचे तो वहां पर खून से लथपथ सिपाही देवांश पड़ा हुआ था।
साथी पुलिसकर्मी उसे उठाकर तुरंत सीएचसी पर लेकर गये,जहां से उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान सिपाही ने दम छोड़ दिया। हसनगंज कोतवाली के भीतर हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही विभाग के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल की छानबीन करने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
बताया जा रहा है कि परिजनों की ओर से सुसाइड करने वाले सिपाही की शादी निश्चित कर दी गई थी, लेकिन जिस लड़की के साथ सिपाही की शादी होने जा रही थी वह उसे पसंद नहीं थी। इसी बात को लेकर उसका परिजनों के साथ झगड़ा भी हुआ था।