अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टास्क फोर्स गठित
सभी अधिकारियों को लंबित जांचों का निर्धारित समय-सीमा में निपटारा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
जालंधर। पंजाब में जालंधर के पुलिस आयुक्त डॉ सुखचैन सिंह गिल ने लोगों की शिकायतों के समयबद्ध निवारण की आवश्यकता पर जोर देते हुए शनिवार को जालंधर कमिश्नरेट के सभी अधिकारियों को लंबित जांचों का निर्धारित समय-सीमा में निपटारा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पुलिस लाइन में अपनी पहली अपराध समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए गिल ने सभी एसएचओ को सिस्टम में दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए 'थाना स्तर' पर शिकायतों का अधिकतम निवारण सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने विशेष रूप से एनडीपीएस अधिनियम में जघन्य अपराधों में पीओ को गिरफ्तार करने के लिए एक जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया और कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से साप्ताहिक समीक्षा बैठकों के माध्यम से प्रगति की निगरानी करेंगे।
पुलिस उपायुक्त गुरमीत सिंह के साथ सीपी ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया कि शहर से नशीली दवाओं के खतरे को खत्म करने के लिए यह समय की जरूरत है कि ऐसे अपराधों के खिलाफ एक शून्य सहनशीलता नीति अपनाई जाए। उन्होंने अधिकारियों को शहर में पुलिस को और अधिक संवेदनशील बनाने के लिए सुरक्षा और गश्त के उपायों को बढ़ाकर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और सड़क अपराध के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस टीमों/पीसीआर कर्मचारियों को शहर में चौबीसों घंटे गश्त सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, खासकर उन जगहों पर जहां शॉपिंग मॉल, बाजार और अन्य सहित भारी भीड़ देखी जाती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रतिक्रियाशील और कुशल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने थानाध्यक्षों को अपने-अपने थाने में पड़ी केस संपत्तियों की सूची तैयार कर उचित कानूनी प्रक्रिया अपनाकर उनका निस्तारण सुनिश्चित करने को कहा। डॉ. गिल ने एसएचओ को नागरिकों द्वारा की गई हर शिकायत को पुलिस थानों में दर्ज करने के लिए कहा और कहा कि इन निर्देशों का पालन करने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वार्ता