धरने पर बैठे किसान की सर्दी ले उडी जान-किसानों ने किया जमकर हंगामा
भारतीय किसान यूनियन के हजारों कार्यकर्ता मौके पर इकट्ठा हो गए और पुलिस को मृतक किसान का शव उठाने से इंकार कर दिया।
मेरठ। नई भूमि अधिग्रहण नीति के अंतर्गत मुआवजे की मांग को लेकर पिछले तकरीबन 8 साल से परतापुर के शताब्दी नगर में धरने पर बैठे किसानों में शामिल एक 30 वर्षीय किसान की सर्दी लगने पर मौत हो गई है। मामले का पता चलने पर भारतीय किसान यूनियन के हजारों कार्यकर्ता मौके पर इकट्ठा हो गए और पुलिस को मृतक किसान का शव उठाने से इंकार कर दिया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे एटीएम एवं एसपी सिटी तथा एएसपी एवं इंस्पेक्टर के समझाने पर भी किसान मानने को तैयार नहीं हुए।
महानगर के परतापुर के शताब्दी नगर सेक्टर 4 में नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर पिछले 8 साल से कंचनपुर घोपला जैनपुर के किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। सोमवार की रात धरने पर बैठे गांव कंचनपुर घोपला निवासी 30 वर्षीय किसान राहुल की रात के समय सर्दी लगने से मौत हो गई। हालांकि सर्दी लगने पर राहुल धरने पर चल रहे हीटर के पास जाकर बैठ गया। लेकिन उसके बाद भी उसे कोई राहत नहीं मिली और सर्दी के चलते उसकी मौत हो गई। जानकारी मिलते ही धरना स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के हजारों कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए और सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को मृतक किसान का शव उठाने देने से इंकार कर दिया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे एसीएम ब्रह्मपुरी अरुण कुमार, एसपी सिटी विनीत भटनागर, एएसपी विवेक कुमार तथा इंस्पेक्टर परतापुर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने किसानों को समझाकर शव को कब्जे में लेने का आग्रह किया। लेकिन गुस्साए किसानों ने साफ तौर पर कह दिया कि जब तक मृतक किसान को नई नीति के तहत मुआवजा मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और मृतक के दो बच्चों के पालन-पोषण के लिए मुआवजा नहीं मिलेगा। उस समय तक शव को उठाने नहीं दिया जाएगा।