बिजली कर्मियों की हड़ताल- पानी के लिए अब आई कुंओं की याद-सडको से..
वाराणसी में पिछले 61 घंटे से चल रही बिजली कर्मियों के हड़ताल से लोगों के सामने समस्याओं का अंबार खड़ा हो गया है।
वाराणसी। बिजली कर्मियों की हड़ताल ने चौतरफा आफत के पहाड़ खड़े कर दिए हैं। पानी की पूर्ति के लिए लोगों को अब कुंए की याद आ रहे हैं। चार्जिंग के अभाव में सड़कों से ई-रिक्शा गायब हो गई है। नागरिक बिजली आपूर्ति के लिए सड़क पर उतर कर अब सरकार को कोसते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
रविवार को बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में पिछले 61 घंटे से चल रही बिजली कर्मियों के हड़ताल से लोगों के सामने समस्याओं का अंबार खड़ा हो गया है। हालात ऐसे हो चले हैं कि ई-रिक्शा में चलने वाली पब्लिक को अब पैदल ही अपनी मंजिल की तरफ कदम बढ़ाते चल रहे हैं।
चार्जिंग के अभाव में ई-रिक्शा लगातार सड़कों से गायब हो रही है। उधर बिजली के अभाव में पानी उपलब्ध नहीं होने पर अब नागरिक लगभग इलाके से पूरी तरह गायब हो चुके कुओं की तलाश करते हुए उनके भीतर से पानी निकाल कर अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं। चार्जिंग के अभाव में दम तोड़ चुके मोबाइल पर लोगों की अपनों से बात नहीं हो पा रही है। इंटरनेट की ऐसे में सोचना पूरी तरह से बेमानी हो रहा है।
स्थानीय लोग यात्रियों और राहगीरों का रास्ता रोकने के लिए सरकार के खिलाफ अब सड़क पर उतरने शुरू हो गए हैं। वाराणसी में जगह-जगह बिजली नहीं आने से गुस्साए लोगों द्वारा सड़क पर चक्का जाम किया जा रहा है। सड़कों पर यातायात व्यवस्था बदहाल हो रही है अस्सी स्थित भदेली उप केंद्र के सामने लोगों ने बिजली के लिए चक्का जाम किया है।