SP का एक्शन- लेखपाल की पिटाई करने वाला थानेदार लाइन हाजिर
पुलिस अधीक्षक द्वारा लेखपाल की पिटाई के मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रेट एवं पुलिस की टीम का गठन किया गया है।
भदोही। लेखपाल की जमकर पिटाई करते हुए उसे अचेत कर खुद को तुर्रम खान समझने वाले दरोगा आक्रोशित लेखपालों द्वारा सड़क जाम किए जाने के बाद कार्यवाही का शिकार हो गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने लेखपाल की पिटाई के आरोपी दारोगा को लाइन में हाजिर होने का फरमान जारी किया है। बृहस्पतिवार को पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यायन द्वारा लेखपाल की पिटाई के मामले में की गई बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत दुर्गागंज के प्रभारी निरीक्षक विनोद दुबे को लाइन हाजिर कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक द्वारा लेखपाल की पिटाई के मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रेट एवं पुलिस की टीम का गठन किया गया है। उल्लेखनीय है कि दुर्गागंज थाना क्षेत्र के शेरपुर कोपलहां गांव में रहने वाले गोदना गांव के लेखपाल शैलेश पांडे बुधवार की दोपहर अपने घर की तरफ आ रहे थे। इसी दौरान दुर्गागंज थाना पुलिस इलाके के दमघगा गांव में जमीन विवाद के मामले की जांच करने गई थी। आरोप है कि इस दौरान पुलिस के जवान जब एक महिला को पीट रहे थे तो लेखपाल ने हस्तक्षेप करते हुए महिला की पिटाई से मना किया था और महिला पुलिस बुलाने की मांग करते हुए लेखपाल ने वीडियो बनानी शुरू कर दी थी।
अपनी वीडियो बनती हुई देखकर आप खो बैठी पुलिस ने लेखपाल की पिटाई कर दी थी और उसे थाने पर लाया गया था। आरोप है कि थाने में पकडकर लाये गये लेखपाल की थानेदार द्वारा जमकर पिटाई की गई जिससे वह बेहोशी के हालात में पहुंच गए। आनन फानन में ले जाकर पुलिस द्वारा लेखपाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से गंभीर हालते चलते लेखपाल को जिला अस्पताल और उसके बाद वाराणसी रेफर कर दिया गया था। लेखपाल की पिटाई के मामले के बाद गुस्साए लेखपालों ने दुर्गागंज त्रिमुहानी पर सड़क को अवरोध करते हुए जाम लगा दिया था।मौके पर पहुंचे एसडीम ज्ञानपुर मानसिंह के समझाने पर घंटे की मशक्कत के बाद माने लेखपालों द्वारा रास्ता खोल दिया गया था। उधर अस्पताल में भर्ती लेखपाल की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।