संतों का टिकैत पर तीखा हमला, बोले- कांग्रेस के टुकड़ों पर पलने वाले, देवी-देवताओं पर न दें ज्ञान

अयोध्या और प्रयागराज में किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ संतों की नाराजगी है।

Update: 2021-02-16 15:38 GMT

प्रयागराज। अयोध्या और प्रयागराज में किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ संतों की नाराजगी है. टिकैत के भगवान हनुमान को आन्दोलनजीवी कहने पर संतों ने कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने चेतावनी दी है कि टिकैत अपने बयान पर माफी मांगे नहीं तो अंजाम ठीक नहीं होगा।

तपस्वी छावनी के महंत जगतगुरु परमहंस आचार्य का कहना है कि राकेश टिकैत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. किसानों को बदनाम करने वाले कांग्रेसियों द्वारा प्रायोजित है. पीएम नरेंद्र मोदी देश हित में जो भी कानून लाए गए. कांग्रेस उसमें रोड़ा बनी है. अभी तक राकेश टिकैत किसानों को बदनाम कर रहे थे, लेकिन अब वह देवी-देवताओं को बदनाम कर रहे हैं. हनुमान भगवान पर टिप्पणी से साबित होता वह किसानों के लिए नहीं लड़ रहे है. सिर्फ कांग्रेस के फंडिंग से अपनी झोली भर रहे हैं. परमहंस आचार्य ने चेतावनी दी कि फंडिंग के पैसे से अपनी जेब, घर भरने के लिए देवी-देवताओं पर बयान न दें, नहीं तो इसका परिणाम बुरा होगा।

वहीं अयोध्या हरिधाम पीठ के महंत जगतगुरु राम दिनेशचार्य ने राकेश टिकैत के बयान को ओछी राजनीति करार दिया है. जगतगुरु रामदिनेशचार्य का कहना है कि आंदोलन राष्ट्रहित व समाजहित के लिए होता है. झगड़े के लिए नहीं. उन्होंने मांग की है कि राकेश टिकैत पर कार्रवाई होनी चाहिए. जिससे आने वाले समय में देवी-देवताओं को लेकर बयानबाजी न कर सकें।

अयोध्या की तरह प्रयागराज में भी साधु संतों ने राकेश टिकैत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी महंत आनंद गिरि ने कहा कि राकेश टिकैत बजरंगबली और हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर खुद की राजनीति चमकाना चाहते हैं, लेकिन उनका यह मकसद कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत अब हनुमान भगवान को आंदोलन का हिस्सा बताकर सहानुभूति लेना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता उनको जान गई है. वह किसी के बहकावे में नहीं आने वाली है।

वहीं शिव योगी मौनी महाराज ने कहा कि हनुमान भगवान ने जो भी सिद्धि ली, उसे पूरा किया. लेकिन राकेश टिकैत ऐसे नेता हैं जो कई बार चुनाव लड़े, लेकिन कामयाब नहीं हुए. वह अपने को हनुमान के बराबर समझ रहे हैं. यह उनकी मूर्खता है।

सोमवार को जींद में किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि भगवान हनुमान और महात्मा गांधी भी आंदोलनजीवी थे. आडवाणी को लेकर उन्होंने कहा था कि आडवाणी को जब राष्ट्रपति बनाने की बारी आई तो अयोध्या में मुकदमा चलवा दिया गया. रविवार को उन्होंने कहा था कि जब तक सरकार हमारे पक्ष में फैसला नहीं करती, समिति (प्रदर्शनकारी नेताओं) से बात नहीं करती और हमारी मांगों पर सहमत नहीं होती, तब तक हम उसे चैन से बैठने नहीं देंगे।

हीफी 

Tags:    

Similar News