दूषित जल को लेकर साधु संतों में उबाल- अपनाया प्रदर्शन का अनोखा तरीका
बचाने की गुहार लगाते हुए साधु संत दूषित पानी के भीतर खड़े हुए और गंगा की निर्मल धारा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
मुजफ्फरनगर। पौराणिक तीर्थ स्थल शुकतीर्थ के साधु-संतों ने नदी में आ रहे दूषित पानी को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। जलीय जीव जंतुओं को बचाने की गुहार लगाते हुए साधु संत दूषित पानी के भीतर खड़े हुए और गंगा की निर्मल धारा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थ स्थल शुकतीर्थ के साधु संतों ने नदी में बहकर आ रहे दूषित पानी को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया। बाणगंगा में दूषित पानी आने से स्थानीय लोगों के साथ संत समाज के भीतर भी भारी रोष व्याप्त है।
साधु-संतों के प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही नींद से जागे क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह ने पानी के नमूने लेकर उसकी जांच कराई। बताया गया है कि प्रदूषण की वजह से नदी के पानी में डिजाल्व ऑक्सीजन का स्तर 8 मिलीग्राम प्रति लीटर रह गया है जो जलीय जीव जंतुओं के लिए अनुकूल स्थिति नहीं है। नदी के काले पानी में मरी हुई मछलियां भी दिखाई दे रही है।