ऊपर उठी- 10 फुट नीचे गिरी- पूर्व CM की जान पर बनी
अत्यधिक भार से बुरी तरह से कर्राह उठी लिफ्ट भरभरा कर लगभग 10 फुट नीचे आ गिरी।
इंदौर। अत्यधिक भार से बुरी तरह से कर्राह उठी लिफ्ट भरभरा कर लगभग 10 फुट नीचे आ गिरी। जिससे पूर्व मंत्री का हालचाल जानने के लिए अस्पताल में पहुंचे पूर्व सीएम एवं उनके पूर्व मंत्री समेत लगभग दो दर्जन लोगों की जान पर बन आई। सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबंधन व जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लिफ्ट इंजीनियर को बुलाकर दरवाजा तोड़ते हुए पूर्व सीएम समेत अन्य लोगों को लिफ्ट से बाहर निकाला गया।
दरअसल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ राजधानी के डीएनएस अस्पताल में भर्ती पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल का हाल-चाल पूछने के लिए पहुंचे थे। लिफ्ट के जरिए पूर्व सीएम अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर भर्ती पूर्व मंत्री से मिलने के लिए जा रहे थे। महज 15 लोगों की क्षमता वाली अस्पताल की लिफ्ट में पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और सज्जन सिंह वर्मा समेत लगभग 20 लोग सवार हो गए। बटन दबाते ही अनमने मन के साथ लिफ्ट ऊपर की तरफ चलने लगी। लेकिन अत्यधिक वजन की वजह से लिफ्ट बुरी तरह से कर्राह उठी और भर-भरा कर लगभग 10 फुट नीचे आ गिरी। लिफ्ट टूटकर नीचे गिरने की जानकारी मिलते ही इंदौर प्रशासन के साथ-साथ अस्पताल प्रबंधन के हाथ-पांव बुरी तरह से फूल गए। आनन-फानन में लिफ्ट इंजीनियर को मौके पर बुलाया गया और लिफ्ट का दरवाजा तोड़कर पूर्व सीएम कमलनाथ समेत अन्य सभी नेताओं व लोगों को बाहर निकाला गया। अचानक लिफ्ट गिरने के इस हादसे से पूर्व सीएम कमलनाथ बुरी तरह से घबरा गए और उनकी तबीयत बिगड़ गई। इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फोन के माध्यम से पूर्व सीएम कमलनाथ का हालचाल जाना। उसके बाद उन्होंने ट्वीट किया कि इंदौर के निजी अस्पताल में लिफ्ट में सवार पूर्व सीएम कमलनाथ और अन्य साथियों के गिरने की जानकारी मिली। फोन पर उनकी कुशलक्षेम पूछी। ईश्वर की कृपा से सभी सकुशल है। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से इंदौर डीएम को इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। उधर इंदौर में लिफ्ट टूटने की घटना को कांग्रेस ने बहुत ही गंभीर मामला बताते हैं इसे पूर्व मुख्यमंत्री सीएम की सुरक्षा में गंभीर चूक बताया है।