मौत की बारिश-भूस्खलन से 32 लोगों की मौत-बढ़ सकता है आंकड़ा
भारी बारिश के दौरान गिरी चटटान से गांव में भूस्खलन होने की वजह से 32 लोगों की मौत हो गई है।
नई दिल्ली। भारी बारिश के दौरान गिरी चटटान से गांव में भूस्खलन होने की वजह से 32 लोगों की मौत हो गई है। चट्टान खिसकने की वजह से हुई इस घटना में मरने वालों की संख्या में अभी और इजाफा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव दल मलबे को हटाकर लोगों को तलाशने में लगे हुए है।
शुक्रवार को रायगढ़ जिले में हुई भारी बारिश के दौरान महाड गांव में भूस्खलन हो गया। जिसके चलते उसके मलबे में अनेक लोग दब गए। तत्काल ही राहत और बचाव कार्य शुरू करते हुए मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालने का काम शुरू किया गया। इस दौरान राहत और बचाव टीमों को मलबे के नीचे से 32 लोगों के शव मिले हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि भूस्खलन से गिरे मलबे के नीचे अभी अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है। राहत और बचाव अधिकारी ने बताया है कि एनडीआरएफ की एक टीम मुंबई से तकरीबन 160 किलोमीटर दूर महाड गांव में पहुंच गई है और दूसरा दल जल्द ही वहां पर पहुंचने वाला है। उधर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हालातों की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। रायगढ़ जिला संरक्षक मंत्री आदिति तटकरे के अनुसार महाड के पास तलाई गांव में भूस्खलन के बाद बचाव दल की एक टीम ने मलबे के नीचे से 32 लोगों के शव निकाले हैं। बृहस्पतिवार की देर रात पहाड़ी के हिस्से के खिसकने से कुछ घर भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने बताया है कि तकरीबन दो दर्जन स्थानीय बचाव दल मलबा हटाने के काम में लगे हुए हैं जबकि एनडीआरएफ और पुलिस लापता हुए लोगों की तलाश कर रही है।