पड़ा पुलिस का छापा- घरों ने उगली बेशकीमती सागौन की लकड़ी
अधिकारी पीयूष त्रिपाठी ने अपने स्टॉफ के साथ मुखबिर के द्वारा बताये गए घरों मे अलग अलग छापामार कार्यवाही की गई।
नौरोजाबाद। उमरिया जिले के वन परिक्षेत्र नौरोजाबाद अंतर्गत ग्राम हड़हा मे वन विभाग नौरोजाबाद के द्वारा भारी मात्रा में सागौन की लकड़ी पकड़ी गई है, जिसकी क़ीमत लाखों मे बताई जा रही है।
बुधवार को मुखबिर की सूचना के आधार पर सुबह लगभग 10 बजे वन विभाग नौरोजाबाद के परिक्षेत्र अधिकारी पीयूष त्रिपाठी ने अपने स्टॉफ के साथ मुखबिर के द्वारा बताये गए घरों मे अलग अलग छापामार कार्यवाही की गई।
वन विभाग की यह छापामार कार्यवाही लगभग 5 घंटे तक चली। छापेमारी की कार्यवाही के दौरान वन विभाग के द्वारा लाखों रूपये की सागौन की बेशकीमती लकड़ी जब्त की गई।
जिसके आधार पर वन विभाग के द्वारा चार आरोपीयो क्रमशः संजय कोरी पिता श्याम लाल कोरी, धनीराम कोरी पिता राम कुमार कोरी, दीपचंद्र कोरी पिता डोमारी कोरी एवं काशी कोरी पिता बिहारी कोरी के खिलाफ वनोपज व्यापार विनियम अधिनियम 1969 के तहत कार्यवाही की गई।
सूत्रों की माने तो नौरोजाबाद वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम हड़हा में लम्बे अरसे से सागौन की लकड़ी सप्लाई फर्नीचर कारीगरों को सागौन की लकडी की तस्करी करने वालो के द्वारा की जाती है। सागौन की लकड़ी के तस्करों के द्वारा नौरोजाबाद वन परिक्षेत्र अंतर्गत कोलौनी बीट,सजनिया बीट,मोहनी बीट, रहठा बीट एवं वन परिक्षेत्र के अन्य कई जगहों से रातो मे सागौन की लकड़ी कटाइ की जाती है और सुबह होते होते सागौन की लकडियों को नियत स्थान ग्राम हड़हा में पहुंचा दिया जाता है।
उसी अवैध सागौन की लकड़ी का उपयोग फर्नीचर कारीगरों के द्वारा फर्नीचर बनाने में किया जाता है। फर्नीचर कारीगरों के द्वारा सागौन का फर्नीचर बनाकर अच्छे खासे रेट में बेचा जाता है । इनका यह धंधा काफी लंबे अरसे से फल फूल रहा है। हालांकि बीच-बीच में वन विभाग नौरोजाबाद के द्वारा हड़हा दबिश दी गई, लेकिन हर बार उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
रिपोर्ट-चंदन श्रीवास्तव मध्य प्रदेश