नारा सुनते ही बोले अखिलेश- यहां कहां से आए श्रीराम- पंडित ने बोलती..
रावण का वध करने के बाद ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्त होने के लिए श्री राम ने देवप्रयाग स्थित राम कुंड में भगवान शिव की...
देवप्रयाग। अलकनंदा एवं भागीरथी के संगम पर पूजा करते समय उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के समक्ष पुजारी ने जब जय श्री राम का जयकारा लगाया तो मुस्कुराते हुए सपा मुखिया बोल पड़े कि यहां कहां से आए श्री राम? इसके बाद पुजारी ने यूपी के सीएम रहे अखिलेश को जब देवप्रयाग का महत्व बताया तो सपा मुखिया की बोलती बंद हो गई।
दरअसल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव अपनी पत्नी सांसद डिंपल यादव तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मंगलवार को जिस समय देवप्रयाग में अलकनंदा एवं भागीरथी के संगम पर पहुंचकर पूजा अर्चना कर रहे थे तो मेट्रो कर के बीच उन्हें पूजा अर्चना कर रहे तो पंडित सोमनाथ भट्ट ने उन्हें देवप्रयाग का ऐतिहासिक महत्व बताया।
इस दौरान सोमनाथ भट्ट ने जैसे ही जय श्री राम का जयकारा बुलंद किया तो वैसे ही मुस्कुराते हुए अखिलेश बोल पड़े कि यहां कहां से आए श्री राम? इस पर पंडित सोमनाथ भट्ट ने बताया कि राम तो जगत में हर जगह विराजमान है।
पंडित सोमनाथ ने बताया कि त्रेता युग में यहां पर श्री राम आए थे। रावण का वध करने के बाद ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्त होने के लिए श्री राम ने देवप्रयाग स्थित राम कुंड में भगवान शिव की आराधना की थी। इसके बाद भगवान शिव ने उन्हें ब्रह्म हत्या के दोस्त से मुक्ति प्रदान की थी। पंडित सोमनाथ ने बताया कि आठवीं सदी में आदि गुरु शंकराचार्य ने देवप्रयाग में रघुनाथ मंदिर का जीर्णाेद्धार किया था। यह सुनकर सपा मुखिया अखिलेश यादव की बोलती बंद हो गई।