पूर्व सांसद को जेल में रात भर काटा मच्छरों ने- शुरू की भूख हड़ताल
लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के आरोपों के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजे गए पूर्व सांसद को रात भर मच्छरों ने काटा।
नई दिल्ली। लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के आरोपों के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजे गए पूर्व सांसद को रात भर मच्छरों ने काटा। जेल में पानी की सुविधाएं भी नहीं मिली और वाशरूम भी सुलभ नहीं हो सका। जिसके चलते पूर्व सांसद ने कारागार में भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के रूप में आई महामारी और बाढ़ जैसी आपदा में दूसरों के घर घर जाकर खाना पहुंचाने वाले पूर्व सांसद और जाप संरक्षक पप्पू यादव ने खुद भूखे रहकर भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं। न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है।
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 12, 2021
कोरोना मरीज की सेवा करना,उनकी जान बचाना, दवा माफिया,हॉस्पिटल माफिया,ऑक्सीजन माफिया,एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी है!
बुधवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए बताया कि मधेपुरा कोर्ट में वर्चुअल पेशी के बाद रात तकरीबन 12.45 पर पूर्व सांसद को वीरपुर स्थित जेल में ले जाया गया। जहां पूर्व सांसद को कारागार में ना तो पीने का शुद्ध पानी मिला और ना ही वाशरूम की सुविधा। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज पूर्व सांसद को रात भर मच्छर ने काटा। पूर्व सांसद के पैर का पिछले दिनों ऑपरेशन हुआ है। जिसके चलते उन्हें बैठने में दिक्कत होती है। लेकिन जेल के शौचालय में कमोड नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि बिहार में राजनीतिक संरक्षण में चल रहे दवा माफियाओं, शराब माफियाओं, एंबुलेंस माफियाओं और अस्पताल माफियाओं के खिलाफ उनकी लड़ाई जेल में भी जारी रहेगी। गौरतलब है कि जाप संरक्षक एवं पूर्व सांसद पप्पू यादव को मधेपुरा जनपद के कुमार खंड थाने में दर्ज अपहरण के एक मामले में मंगलवार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। भारी सुरक्षा के बीच मंगलवार की रात पूर्व सांसद को वीरपुर स्थित जेल में ले जाया गया । इस दौरान पुलिस के काफिले के पीछे पूर्व सांसद के सैकड़ों समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता अपने-अपने वाहनों के साथ चल रहे थे। वीरपुर पहुंचने के बाद पप्पू यादव को लगभग 1 घंटे तक जेल के बाहर इंतजार करना पड़ा। मधेपुरा पुलिस सभी जरूरी कागजात लेकर जब कारागार पहुंची तो पूर्व सांसद को जेल के अंदर भेजा गया।