मानसून ने बढ़ाई चिंता- ऐतिहासिक गोपेश्वर मंदिर एक तरफ झुका
मंदिर में कई जगह दरारे दिखने के साथ छत से भी पानी टपक रहा है।
चमोली। उत्तराखंड में पूरे जोर-शोर के साथ बरस रहे मेघा ने चारों तरफ तबाही के हालात पैदा कर लोगों की चिंताओं में घना इजाफा कर दिया है। अब बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर के बीच स्थित ऐतिहासिक गोपेश्वर मंदिर के एक तरफ झुक जाने से लोगों की चिंताओं में और बढ़ोतरी हो गई है। मंदिर में कई जगह दरारे दिखने के साथ छत से भी पानी टपक रहा है।
मंगलवार को चमोली के गोपेश्वर मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक गोपेश्वर मंदिर के एक तरफ झुकने की जानकारी प्राप्त हुई है। चमोली के गोपेश्वर मुख्यालय स्थित इस ऐतिहासिक गोपेश्वर मंदिर के पुजारी हरीश भट्ट एवं अतुल भट्ट ने बताया है कि गोपेश्वर मंदिर के एक तरफ झुकने के मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन से लेकर उत्तराखंड सरकार और पुरातत्व विभाग को भी चिट्ठी लिखकर जानकारी दे दी गई है। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।
गोपीनाथ मंदिर का गर्भगृह 30 वर्ग फुट तक फैला हुआ है। रुद्रनाथ भगवान के शीतकालीन गद्दी पड़ाव का यह प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है। इसी साल जनवरी महीने में जोशीमठ और कर्णप्रयाग में जब सैकड़ों घरों, होटलों और दुकानों में दरार आई थी तो अब मानसून आने के बाद एक बार फिर से यहां के लोगों की चिंता बढ़ गई है। लोगों का मानना है कि अगर ज्यादा बारिश हुई तो पहाड़ धसकने से एक बार फिर मकानों में दरार आने की घटनाएं हो सकती हैं।