वीरेंद्र से शादी को फरहाना बनी हिंदू- सरस्वती बन मंदिर में रचाया ब्याह

खुद को कान्हा की भक्त बताने वाली फरहाना अपने प्रेमी वीरेंद्र से शादी करने के लिए हिंदू बन गई।;

Update: 2023-07-28 05:41 GMT

बरेली। खुद को कान्हा की भक्त बताने वाली फरहाना अपने प्रेमी वीरेंद्र से शादी करने के लिए हिंदू बन गई। पारिवारिक बंदिशों की वजह से कभी भी खुद के कान्हा भक्त होने का इजहार नहीं करने वाली फरहाना ने सरस्वती बनकर अपने प्रेमी वीरेंद्र के साथ मंदिर में पहुंचकर शादी रचा ली। शेरगढ़ थाने में परिजनों द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने को लेकर उसने अब अपने परिजनों से अपनी व पति की जान को खतरा जताया है।

दरअसल बरेली के शेरगढ़ इलाके के गांव गहलौरा की रहने वाली कक्षा 8 तक पढ़ी फरहाना की घर वालों ने काफी समय पहले पढ़ाई बंद करा दी थी। 4 साल पहले गांव के ही रहने वाले वीरेंद्र से उसकी जान पहचान हो गई। दोनों ने एक दूसरे को अपना मोबाइल नंबर देकर आपस में बातचीत करना शुरू कर दिया। काफी दिनों तक बातचीत का सिलसिला चलते रहने के बाद कुछ समय पहले ही दोनों ने बाकी बची जिंदगी साथ में गुजारने का फैसला कर लिया। जिसके चलते दोनों परिजनों को बताएं बगैर अपने घर से निकल आए और शहर में पहुंचकर हिंदूवादी नेता हिमांशु पटेल से बातचीत की।


हिमांशु की मदद से फरहाना ने एक मंदिर में पहले मंत्र उच्चारण के बीच अपना धर्म परिवर्तन किया और हिंदू बनने के बाद फरहाना से सरस्वती बनते हुए वीरेंद्र के साथ अग्नि के सात फेरे लेकर उससे ब्याह रचा लिया। हिंदू धर्म अपनाने के बाद सरस्वती बनी फरहाना ने बताया है कि वह पूरी तरह से बालिग है और उसने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन करने के बाद वीरेंद्र के साथ शादी रचाई है। उसका कहना है कि बचपन से ही भगवान श्री कृष्ण के प्रति उसकी गहरी आस्था है और आगे का जीवन वह बतौर हिंदू वीरेंद्र के साथ बिताना चाहती है। फरहाना का आरोप है कि उसके परिजनों ने शेरगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है, पर उसे उम्मीद है कि कानून उसके साथ न्याय और इंसाफ करेगा।Full View

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