ममता ने कोरोना वैक्सीन के मसले पर केन्द्र पर भेदभाव का लगाया आरोप
वह भाजपा शासित राज्यों को अधिक वैक्सीन दिए जाने की विरोधी नहीं है लेकिन कारोना महामारी से निपटने के लिए राज्य को भी पर्याप्त वैक्सीन की आवश्यकता है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केन्द्र सरकार पर कोरोना वैक्सीन आंबटन में भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि वह भाजपा शासित राज्यों को अधिक वैक्सीन दिए जाने की विरोधी नहीं है लेकिन कारोना महामारी से निपटने के लिए राज्य को भी पर्याप्त वैक्सीन की आवश्यकता है।
ममता बनर्जी ने यहां राज्य सचिवालय नबन्ना में गुरूवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा" मुझे इस का भरोसा नहीं है कि तीसरी लहर कब राज्य को प्रभावित कर सकती है लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना है कि केन्द्र से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन दिए जाने पर राज्य के जोखिम वाले तबके को खासतौर पर लगाई जानी है।"
उन्होंने कहा कि गुरूवार को एक बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर और अधिक वैक्सीन दिए जाने का आग्रह किया गया है। सुश्री बनर्जी ने कहा" हमें 14 करोड़ वैक्सीन की आवश्यकता है लेकिन अभी तक मात्र 2.12 करोड़ वैक्सीन ही मिली हैं। इस महीने के लिए हमें 75 लाख डोज की जरूरत है लेकिन हमारे पास केवल 25 लाख डोज ही है। मैंने सुना है कि भाजपा शासित कुछ राज्यों जैसे मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश को अधिक वैक्सीन मिली हैं लेकिन मैं इसका भी विरोध नहीं करती हूं कि कुछ राज्यों को क्यों अधिक वैक्सीन दी जा रही हैं। मुझे बस यही कहना है कि हमें भी अपने राज्य के लोगों का इस महामारी से बचाव करना है।"
मुख्यमंत्री ने कहा" मैंने प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजा है और यह भी नहीं पता है कि इसका क्या जवाब होगा।" राज्य में अभी तक ढाई करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लगी है और इनमें से 1.8 करोड़ लोगों को पहला डोज लगा है जबकि सत्तर हजार लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं।"
उन्होंने केन्द्र सरकार की इस बात को लेकर भी आलोचना की कि वह राज्य सरकार के साथ सहयोग नहीं कर रहा है और अभी तक केन्द्र सरकार से उसकी बकाया राशि भी नहीं मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा" केन्द्र सरकार ने काफी धनराशि खर्च की है लेकिन वैक्सीन उपलब्ध नहीं है और जब दूसरे राज्यों को अधिक वैक्सीन दी जा रही है तो हमारे साथ यह भेदभाव क्यों है। जब हमें वैक्सीन ही नहीं मिली तो हम लोगों को कैसे तथा कहां से वैक्सीन लगाएंगे। पिछले सात दिनों से वैक्सीन नहीं मिलने के कारण टीकाकरण अभियान को रोक दिया गया है। मैंने आज भी श्री मोदी को पत्र लिखा है । कुछ संगठनों को राजनीतिक कारणों से अपमानित किया जा रहा है और जब राज्य में कोरोना महामारी नियंत्रण में आ गई है तो भी राजनीतिक कारणों से छवि खराब किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।"
वार्ता